नैनीताल
नैनीताल: खनस्यूं में STF पर भालू के पित्त तस्करों ने की फायरिंग! सिपाही समेत 2 घायल, बड़ा खुलासा
नैनीताल के खनस्यूं में भालू के पित्त की तस्करी पर दबिश देने गई STF टीम पर तस्करों ने गोलियां चलाईं। हमले में सिपाही भूपेंद्र मर्तोलिया और एक किसान घायल हुए। चौंकाने वाला खुलासा: मुखबिर ही निकला तस्कर!
नैनीताल। जिले के खनस्यूं (Khanshyu) क्षेत्र में शनिवार देर शाम एक बड़ा और गंभीर मामला सामने आया है। ओखलकांडा ब्लॉक के पतलोट के पास वन्यजीव उत्पादों के तस्करों ने दबिश देने गई एसटीएफ (STF) टीम पर जानलेवा हमला कर दिया। भालू के पित्त की तस्करी की सूचना पर रात करीब आठ बजे जब टीम मौके पर पहुँची, तो तस्करों ने अंधाधुंध तीन फायर कर दिए। इस हमले में एसटीएफ सिपाही भूपेंद्र मर्तोलिया की छाती के पास गोली लगी, जबकि टीम के साथ चल रहे एक स्थानीय किसान नर सिंह को भी छर्रे से चोट आई है। दोनों घायलों को तत्काल हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
चौंकाने वाला खुलासा: सूचना देने वाला ही निकला तस्करों में शामिल
इस घटना के बाद पुलिस को एक चौंकाने वाला सुराग हाथ लगा है। विश्वसनीय पुलिस सूत्रों के अनुसार, एसटीएफ को तस्करी की सूचना देने वाला मुखबिर ही खुद तस्करों के गिरोह में शामिल था। जब एसटीएफ टीम ने मुखबिर द्वारा बताई गई जगह पर दबिश दी और एक तस्कर को पकड़ लिया, तो अन्य साथियों ने अपने साथी को बचाने के लिए फायरिंग कर दी। इसी दौरान गिरफ्तार किया गया तस्कर भी भागने में कामयाब हो गया। पुलिस इस मामले की गहनता से जाँच कर रही है और तस्करी नेटवर्क की सच्चाई सामने लाने की कोशिश कर रही है।
एसएसपी ने खुद किया घायल जवान का उपचार
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी तुरंत निजी अस्पताल पहुँचे। उन्होंने घायल सिपाही भूपेंद्र मर्तोलिया का हालचाल जाना। खास बात यह रही कि एसएसपी ने खुद एक डॉक्टर होने के नाते, इमरजेंसी ओटी में शिफ्ट किए गए जवान की जाँच की और डॉक्टरों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उनकी त्वरित प्रतिक्रिया और जवान के प्रति इस कार्य की सोशल मीडिया पर खूब सराहना हो रही है। तस्करों की धरपकड़ के लिए कई थानों की पुलिस को ओखलकांडा रवाना किया गया है और जंगलों में रात भर स्पेशल ऑपरेशन चलाया गया। पुलिस का दावा है कि जल्द ही सभी तस्करों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
