हल्द्वानी
हल्द्वानी: इंजीनियर अपहरण कांड का खुलासा: लेन-देन के विवाद में रची गई साजिश, मुख्य आरोपी फरार
हल्द्वानी। हल्द्वानी निवासी इंजीनियर तुषार लोहनी के अपहरण कांड का मुखानी पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य साजिशकर्ता आलोक तिवारी अभी फरार है। पकड़े गए आरोपियों में आलोक का पिता दयाशंकर तिवारी, इटावा निवासी अंकुर कुमार और विनय प्रताप शामिल हैं। पुलिस ने सभी को कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर ली है।
तुषार लोहनी के पिता गिरीश चंद्र ने सात मई को मुखानी थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि छह मई की शाम तुषार टहलने के लिए निकले थे लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटे। इसके बाद परिजनों को एक फोन कॉल आया, जिसमें तुषार को छोड़ने के बदले 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। शिकायत मिलते ही पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी।
सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस को सुराग मिला कि तुषार को यूपी के बांदा जिले में ले जाया गया है। 11 मई को पुलिस ने बांदा से तुषार को घायल अवस्था में बरामद किया। पूछताछ में पता चला कि अपहरण की योजना इटावा में बनाई गई थी।
पुलिस जांच में सामने आया है कि तुषार और मुख्य आरोपी आलोक तिवारी एक-दूसरे को पहले से जानते थे। दोनों ने मिलकर एक स्टार्टअप शुरू किया था, लेकिन व्यापार में नुकसान के कारण दोनों के बीच पैसों को लेकर विवाद हो गया। इसी विवाद की परिणति अपहरण की साजिश में हुई। दयाशंकर तिवारी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि अपहरण की योजना इटावा में बनी थी और फिरौती वसूलने के उद्देश्य से तुषार को बांदा लाया गया।
मुख्य आरोपी आलोक तिवारी अभी भी फरार है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए कई ठिकानों पर दबिश दे रही है। पुलिस का मानना है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक हल्द्वानी ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और तुषार के साथ हुई घटना के हर पहलू की गहराई से जांच की जा रही है।
