उत्तराखण्ड
‘पायर’ के बुजुर्ग नायक-नायिका को मिलेगा न्यूयॉर्क में सम्मान, अंतरराष्ट्रीय मंच पर गूंजेगी बेरीनाग की प्रेम कहानी
हल्द्वानी। उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के छोटे से कस्बे बेरीनाग में फिल्माई गई फिल्म ‘पायर’ एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर उत्तराखंड का नाम रोशन करने जा रही है। इस फिल्म के 80 वर्षीय नायक पदम सिंह और नायिका हीरा देवी को न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल के 25वें संस्करण में सर्वश्रेष्ठ अभिनय का पुरस्कार मिलेगा। यह प्रतिष्ठित फिल्म महोत्सव 20 से 23 जून तक अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में आयोजित किया जाएगा।
फिल्म ‘पायर’ की कहानी पलायन की मार झेल रहे एक पहाड़ी गांव में अकेले बचे बुजुर्ग दंपति की मार्मिक प्रेम गाथा पर आधारित है। फिल्म के नायक पदम सिंह भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं, जबकि हीरा देवी एक सामान्य पहाड़ी गृहिणी हैं। दोनों ही कलाकार बेरीनाग के स्थानीय निवासी हैं और अभिनय का कोई औपचारिक प्रशिक्षण नहीं लिया है। इसके बावजूद इनकी भावनात्मक और सजीव अदायगी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना हासिल की है।
फिल्म के निर्माता-निर्देशक विनोद कापड़ी ने बताया कि यह सम्मान सिर्फ कलाकारों के लिए नहीं, बल्कि पूरे पहाड़ के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा, “यह किसी परी कथा से कम नहीं, जहां पहाड़ के दो बुजुर्ग सीधे न्यूयॉर्क के बड़े फिल्म मंच तक पहुंचे हैं।” कापड़ी को 2014 में अपनी डॉक्यूमेंट्री Can’t Take This Shit Anymore के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है।
‘पायर’ इससे पहले भी कई मंचों पर सराही जा चुकी है। अक्टूबर 2024 में इसका प्रीमियर यूरोप के एस्टोनिया में हुआ था, जहां फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म दर्शक पुरस्कार जीता था। वहीं बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में इसे विशेष ज्यूरी पुरस्कार और हाल ही में 24वें इमेजिन इंडिया अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का खिताब भी मिल चुका है।
इस फिल्म की खासियत यह भी है कि इसमें भारतीय सिनेमा के महान गीतकार गुलजार ने गीत लिखा है, जबकि ऑस्कर विजेता संगीतकार माइकल डैना ने इसका संगीत तैयार किया है। इसके अलावा जर्मन संपादक पेट्रीसिया रोमेल भी फिल्म से जुड़ी हैं।
अब न्यूयॉर्क फिल्म फेस्टिवल में ‘पायर’ की गूंज के साथ पहाड़ की सादगी, संघर्ष और प्रेम दुनिया के सामने एक बार फिर प्रस्तुत होगी।
