आजकल लोग कहते हैं कि अगर तुम्हारे घर में कोई साँप घुस आया है और जिसका उद्देश्य सिर्फ तुम्हारे घर को खत्म...
सबकी अपनी लॉबी सबका गुट अपना, बँटे हुए खेमें सबका झुरमुट अपना, नहीं कोई बंदिश कोई पैमाना है, सबकी अपनी भाषा,शैली,पुट अपना।...
इसी जगत में फल हैं मीठे,और कसैली नीम भी हैं। इसी जगत में औषधियां हैं,गांजा चरस अफीम भी हैं। तू उनको अपना...
झुकना मैंने सीखा नहीं,किसी भी हालातों से।दीप जलाना है मुझको, खुद अपने ही हाँथों से। एक अकेला खड़ा है देखो, लड़ने को...
बैठ पिताजी के कंधों परसारी दुनिया घूम लिया,जब भी साथ मिला उनका तोखुशी से मैं तो झूम लिया,यदि कोई संकट आया तोहाथ...
संकल्प शक्ति से उठा लिया जब बीड़ा है, मत सोचो कितना संकट कितनी पीड़ा है, घबराना क्या है दुष्ट शकुनि की चालों...
दुश्मनों को क्यों यहाँ,वो दोस्त बनाकर बैठे हैं। अपनी आजादी को क्यों,वो गँवाकर बैठे हैं। क्यों नहीं वो शेर बनकर,अपनी राह चुन...
आजकल की सब बेटियाँ, होती नहीं सदाचारी।अपना पेट भरने को,दूजे के घर की छीनें थाली। एक एक तिनके को जोड़, जो आशियाँ...
बूढ़े बरगद की छाया दिल में सूनापन रहता हैतन खण्डहर सा लगता है,देख के सन्नाटा जीवन काअक्सर डर सा लगता है,भले बना...
जो थे बचत के आने दो आने चले गये खुशियों को जुटाने में जमाने चले गये सोचा रहूँ सुकून से अपनों के...