कल तक जो लगती थीख्वाबों की दुनिया, सवालों की दुनिया, जवाबों की दुनिया, वही आज हर पल हैमुझको लुभाती, कागज़-कलम औरकिताबों की...
दीवारों,गली,खम्भे,राहों में नेता, चहुंओर सबकी निगाहों में नेता, चुनावी समय में सदा दीखते हैं, वोटर के पैरों और बाहों में नेता। देवेश...
गर्मी है बहुत ज्यादा यह कहकररो रहे हैं हम,इक इक बूँद पानी की दिनों दिनखो रहे हैं हम,मगर ये बीज बर्बादी का...
पड़ी फटकार रत्ना से‘राम’ पर आ गये तुलसी,रची मानस जगत् मेंराम से ही छा गये तुलसी,रमकर राम-भक्ति मेंराम-गुण गा गये तुलसी,संग-संग राम...
ज़ख्म अपनों से हमको मिले इस क़दर,स्याही भी अब कलम की गरल हो गई।पीर की झील जो थी अभी तक जमी,ताप धोखों...
दिल के दर्द का दोस्त यहाँ, एहसास किसे होता है। कोई तड़पता रहा प्यार में तेरे, विश्वास किसे होता है। जिसके लिये...
प्रेम और सद् भाव कीअन्तस् में भाषा गढ़नी होगी,परहित में कुछ काम करेंये अभिलाषा गढ़नी होगी,देख पराई पीड़ा मन मेंअपने दुःख का...
आस्तीन में पलने वालों,बोलो कितना और पलोगे?मूंग वक्ष पर दलने वालों,बोलो कितना और दलोगे?बाहर से दिखते हो चंगे,पर भीतर से सुलग रहे...
आस्तीन में पलने वालों,बोलो कितना और पलोगे?मूंग वक्ष पर दलने वालों,बोलो कितना और दलोगे?बाहर से दिखते हो चंगे,पर भीतर से सुलग रहे...
पीर दिल में कहीं भी जमी न रहे,आँख में आँसुओं की नमी न रहे,चाहे नफ़रत ही तुमसे करें लोग पर,हौसलों में तुम्हारे...