गुंजी/पिथौरागढ़- चीन सीमा पर स्थित गुंजी गांव में 100 फीट लंबे तिरंगे झंडे का सांसद अल्मोड़ा अजय टम्टा ने रविवार को लोकार्पण किया। जनपद के सीमांत गांव गुंजी में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग करने हेतु केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का दौरा निरस्त हो गया, जिसके पश्चात सांसद अल्मोड़ा की अध्यक्षता में जनसंवाद कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
इस दौरान सांसद टम्टा ने कहा कि सीमा पर स्थित गांव अंतिम गांव को प्रथम गांव के रूप में जाना जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत जनपद पिथौरागढ़ के 21 गांव वाइब्रेंट विलेज के रूप में विकसित किए जाएंगे, जिनमें से प्रथम वाइब्रेंट विलेज के रूप में गुंजी गांव का चयन किया गया है, जिसके अंतर्गत कुटी, नाभि, नपल्च्यु गांव को भी शामिल किया गया है। सांसद अजय टम्टा ने ओम पर्वत के बाद काली नदी के उदगम स्थल कालापानी मंदिर के दर्शन किए। व्यास घाटी के ग्रामीणों द्वारा सांसद का स्वागत किया गया। इसके बाद पांरपरिक परिधानों में सजी महिलाओं ने शिव वंदना और स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
इस दौरान डीएम, पिथौरागढ़ रीना जोशी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गुंजी गांव में मोबाइल टावर लगाने के लिए भूमि का चयन कर लिया गया है। जल्द मोबाइल टावर लगाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुटी, नाभी, नपलच्यू गांव को भी वाइब्रेंट विलेज योजना में शामिल कर दिया गया है। सीमांत में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, इसलिए इन गांवों को विकसित किया जा रहा है। गांवों के विकसित होने के बाद पलायन पर रोक लगेगी, साथ ही लोगों को आजीविका के अवसर प्राप्त होंगे।
हमारे पूर्वजों ने किया काफी संघर्ष
इस दौरान सांसद अजय टम्टा ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने अपनी संस्कृति और सभ्यता को जीवित रखने के लिए काफी संघर्ष किया है। सांसद ने बताया कि 56.68 करोड़ रुपये से सीमांत के गांव को विकसित किया जाएगा। गुंजी में इंडोर स्टेडियम बनाया जाएगा। इसके अलावा ट्रेकिंग रूटों का निर्माण कार्य किया जाएगा। कैलाश म्यूजियम के माध्यम से सीमांत की संस्कृति, परिधान, वेषभूषा को संरक्षित किया जाएगा। सोलर प्लांट, सेब के बगीचे, कीवी, सिटरस फल आदि के बाग विकसित किए जाएंगे।