पाकिस्तान से लेकर चीन, यूक्रेन, रूस, कजाकिस्तान, कनाडा और तिब्बत की नदियों से लाया गया जल
नई दिल्ली। 23 अप्रैल को भगवान रामलला का जलाभिषेक किया जाएगा। जलाभिषेक 155 देशों और सात महाद्वीपों की नदियों और समुद्रों से लाए गए जल से होगा। संत-महत्माओं के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह अलावा कई राजनीतिक हस्तियां भव्य समारोह की गवाह बनेंगी।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला का जलाभिषेक करेंगे। साथ ही कई देशों के राजनयिक भी समारोह के गवाह बनेंगे। 23 अप्रैल को भगवान रामलला का जलाभिषेक किया जाएगा।
जलाभिषेक के लिए पवित्र जल दुनियाभर के 155 देशों और सात महाद्वीपों की नदियों और समुद्रों से लाया गया है। विशेष रूप से, पाकिस्तान की रावी नदी का जल भी जलाभिषेक के लिए इस्तेमाल होने वाले कलश में शामिल किया जाएगा। रावी का जल पहले पाकिस्तान के हिंदुओं ने दुबई भेजा था और फिर दुबई से दिल्ली लाया गया। अब इस जल को अयोध्या लाया जाएगा। पाकिस्तान के अलावा सूरीनाम, चीन, यूक्रेन, रूस, कजाकिस्तान, कनाडा और तिब्बत सहित कई अन्य देशों की नदियों से जल प्राप्त किया गया है। प्रत्येक देश के पवित्र जल को तांबे के लोटों में भरकर पैक व सील किया गया है। इन पर प्रत्येक देश के नाम व झंडे का स्टीकर चिपका है। इनको भगवे रिबन से सजाया गया है।