देहरादून: धर्मनगरी हरिद्वार के प्रतिभाशाली चित्रकारों ने थानों में आयोजित स्पर्श गंगा महोत्सव-2024 में अपनी कला का प्रदर्शन किया है। इस महोत्सव में आयोजित चित्रकला कार्यशाला और प्रदर्शनी में हरिद्वार के साथ ही देहरादून, मुजफ्फरनगर और आसपास के अन्य क्षेत्रों के 15 कलाकारों ने भाग लिया।
प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत पर केंद्रित:
इस कार्यशाला में कलाकारों ने ‘आन द स्पॉट’ अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए प्रदेश की सांस्कृतिक, अध्यात्मिक और प्राकृतिक विरासत को अपने कैनवास पर उतारा। कार्यशाला में शामिल कलाकारों में डा. प्रमोद कुलश्रेष्ठ, शिक्षक दिवस राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता अशोक कुमार गुप्ता, पूर्व शिक्षा उप निदेशक डा. पुष्पा रानी वर्मा, वृंदा शर्मा, जय गुप्ता, रवि तिवारी, आचार्यकुलम् के संजय कुमार जायसवाल, सैंट मैरी स्कूल के सुबोध कुमार, डा. पूजा पंवार, डीपीएस रानीपुर की छात्रा सुदीक्षा सिंह आदि शामिल थे।
महोत्सव का उद्घाटन:
इस महोत्सव का उद्घाटन भारत के पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद और प्रदेश के राज्यपाल ले.जनरल गुरमीत सिंह ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, कवि एवं साहित्यकार और लेखक गाँव के कल्पनाकार डा. रमेश पोखरियाल निशंक और फिल्म सेंसर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डा. प्रसून जोशी भी विशेष रूप से उपस्थित थे।
हरिद्वार के कवि अरुण कुमार पाठक का योगदान:
हरिद्वार के कवि एवं साहित्यकार श्री अरुण कुमार पाठक की परिकल्पना और सुझाव के अनुसार इस महोत्सव में चित्रकला को शामिल किया गया। उन्होंने बताया कि इस चित्रकला कार्यशाला और प्रदर्शनी से चित्रकारों और चित्रकारी को एक नई दिशा और पहचान मिलेगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर का महोत्सव:
इस साहित्य और कला-संस्कृति के महोत्सव में लगभग चालीस देशों के तीन सौ साहित्यकारों के साथ-साथ पूरे देश से एक हजार साहित्यकारों ने भाग लिया।
कार्यशाला और प्रदर्शनी का महत्व:
इस कार्यशाला और प्रदर्शनी ने प्रदेश की कला और संस्कृति को एक नए मंच प्रदान किया है। इसने कलाकारों को एक साथ आने और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर दिया है। साथ ही, इसने प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हरिद्वार के चित्रकारों ने स्पर्श गंगा महोत्सव में किया प्रदेश की कला का प्रदर्शन
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