काशीपुर। ढेला नदी के तेज बहाव में बहे अधेड़ का कोई पता न लगने पर एनडीआरएफ की टीम ने बीते दिवस सर्च अभियान बंद कर दिया था। उधर, शनिवार को अधेड़ का शव यूपी के रामपुर में रामगंगा नदी में मिलने से परिवार में कोहराम मचा है। उधर, मृतक के बेटे ने बताया कि पिता का शव न मिलने पर उन्हें मृत मान कर पुतले का अंतिम संस्कार कर दिया गया था, अब दोबारा धार्मिक मान्यता के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाएगा।
जंगा फार्म, कचनालगाजी निवासी राम भरोसे (57) पुत्र राजा राम बीती 6 अगस्त की शाम लगभग साढ़े सात बजे ग्राम बैंतवाला के लिए घर से निकला था। वह ढेला नदी को पार करने के लिए नदी में उतरा। नदी पार करते वक्त अचानक जलस्तर बढ़ जाने से वह नदी के बहाव में बह गया था। स्थानीय लोगों ने उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन विफल रहे। सूचना पर पहुंची एनडीआरएफ टीम ने अधेड़ को तलाशने के लिए बीती 7 से 9 अगस्त तक ढेला नदी क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली जिस पर एनडीआरएफ की टीम ने शुक्रवार को सर्च अभियान स्थगित कर दिया था।
उधर रामभरोसे के बेटे हरिया सैनी ने बताया शनिवार शाम उनके व्हाट्सएप नंबर पर किसी व्यक्ति ने रामपुर की रामगंगा नदी में मिले शव की फोटो शेयर की। जब उन्होंने फोटो पहचानी तो वह उनके पिता की थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया। उन्होंने बताया पिता का शव नहीं मिलने पर परिजनों ने उन्हें मृत मानते हुए शनिवार को उनका धार्मिक मान्यता के मुताबिक पुतले का दाह संस्कार कर दिया था। हरिया ने बताया कि अब पिता का शव मिल गया है, इसलिए अब उनका फिर से अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं तहसीलदार पंकज चंदौला ने बताया कि रामभरोसे का शव रामपुर से होकर बहने वाली रामगंगा नदी से बरामद हो गया है। वह एक अधिवक्ता के फार्म हाउस में मजदूरी कार्य करता था।
ढेला नदी में बहे अधेड़ का शव न मिलने पर परिजनों ने पुतला बनाकर किया का अंतिम संस्कार, फिर अचानक मिल गया शव और…
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