चमोली। श्री बद्रीनाथ धाम के पास माणा में एक भयानक हिमस्खलन हुआ, जिसमें बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइज़ेशन (BRO) के 57 श्रमिक दब गए। पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ, श्रीमती रिधिम अग्रवाल ने इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बचाव कार्य तेजी से जारी है, लेकिन भारी बर्फबारी और दुर्गम इलाके के कारण बचाव दल को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
घटना का विवरण:
- स्थान: माणा गाँव, चमोली ज़िला
- प्रभावित: बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइज़ेशन (BRO) के 57 श्रमिक
- बचाव कार्य: एसडीआरएफ, BRO, सेना और जिला प्रशासन द्वारा संयुक्त रूप से संचालित
बचाव कार्य की प्रगति: - श्रीमती अग्रवाल के अनुसार, अब तक 20 श्रमिकों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
- इनमें से 3 घायल हैं, जिन्हें सेना अस्पताल, माणा में भर्ती कराया गया है, जबकि 2 सामान्य स्थिति में हैं।
- 42 श्रमिक अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।
- एसडीआरएफ की टीम जोशीमठ से घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी है।
- लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
- मौसम की स्थिति में सुधार होते ही एसडीआरएफ की हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर से घटनास्थल पर उतारा जाएगा।
- एसडीआरएफ ड्रोन की टीम को भी तैयार रखा गया है, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण फिलहाल ड्रोन ऑपरेशन संभव नहीं हो पा रहा है।
चुनौतियाँ: - भारी बर्फबारी के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है।
- दुर्गम इलाका और खराब मौसम के कारण बचाव दल को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
- लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने से बचाव दल को घटनास्थल तक पहुँचने में देरी हो रही है।
प्रयास: - एसडीआरएफ, BRO, सेना और जिला प्रशासन द्वारा आपसी समन्वय से बचाव कार्य किया जा रहा है।
- प्रभावितों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
- क्षेत्र के सटीक निर्देशांक प्राप्त कर लिए गए हैं, जिससे बचाव कार्य में मदद मिलेगी।
यह घटना उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मौसम की अनिश्चितता और खतरों को दर्शाती है। बचाव दल लापता श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए प्रतिबद्ध है और हर संभव प्रयास कर रहा है।
