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बसंत पंचमीः बुद्धि और विद्या के लिए ऐसे करें उपाय…मुहूर्त देखें

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26 जनवरी को इतने बजे होगा शुभ मुहूर्त, ऐसा करने से मिलेगी सफलता
हल्द्वानी। वसंत पंचमी इस साल 26 जनवरी गुरुवार को है। हिंदू पंचांग के अनुसार वसंत पंचमी का दिन ज्ञान, कला और संगीत की प्रतीक ‘मां सरस्वती’ की पूजा का होता है। इसी दिन से वसंत ऋतु का आगाज होता है। प्रकृति में चारों ओर रंग ही रंग नजर आते हैं।
माघ मास का पूरा ही महीना हिंदू धर्म में विशेष मान्यता का है। माघ शुक्ल की पंचमी यानी वसंत पंचमी विशेष महत्व रखती है। ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, कई बार घर में वास्तु-दोष होने के कारण विद्यार्थी को शिक्षा में उचित परिणाम नहीं मिलते हैं। ऐसे में उन्हें वसंत पंचमी के दिन से ही पूर्व, उत्तर या पूर्वोत्तर के दिशा में पढ़ाई करना चाहिए। इस दिशा को ध्यान एवं शांति का केंद्र भी माना जाता है। इस दिशा में पढ़ाई करने से विद्यार्थी का मन एवं मस्तिष्क एकाग्रचित रहता है।
करें ‘ॐ ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः’ मंत्र का जाप
जिन छात्रों को पढ़ाई में कई प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है या वह एकाग्रता से नहीं पढ़ पा रहे हैं उन्हें बसंत पंचमी के दिन इस मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र का जाप स्वच्छ आसन पर बैठकर और पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए।
वसंत पंचमी पर ये कार्य करें

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दाम्पत्य जीवन में प्यार बरकरार रखना चाहते हैं तो वसंत पंचमी के दिन भगवति रति और कामेदव की पूजा करते हुए उन्हें पुष्प अर्पित करने चाहिए। इस दिन विद्यार्थी माता सरस्वती को केसर या पीले चंदन का टीका लगाएं और पीले रंग के वस्त्र जरूर अर्पित करें। साथ ही पूजा स्थल पर किताब और कलम
अवश्य रखें। ऐसा करने से मां सरस्वती की कृपा सदैव बनी रहती है और विद्यार्थी को ज्ञान, बुद्धि एवं विवेक का आशीर्वाद मिलता है। वसंत पंचमी के दिन बच्चे का हाथ पकड़कर काले रंग की स्लेट पर कुछ न कुछ जरूर लिखवाना चाहिए। इस दिन 2 से 10 वर्ष की कन्याओं को पीले-मीठे चावलों का भोजन करवाकर पूजा की जाती है। मां शारदा और कन्याओं का पूजन करने के बाद पीले रंग के वस्त्र और आभूषण कुमारी कन्याओं व ब्राह्मण को दान करने से परिवार में ज्ञान, कला व सुख-शान्ति की वृ्द्धि होती है।  इसके अतिरिक्त इस दिन पीले फूलों से शिवलिंग की पूजा करना भी विशेष शुभ माना जाता है।
करियर में सफलता के लिए करें ये

बसंत पंचमी का त्योहार विद्या, ज्ञान की देवी सरस्‍वती का अवतरण दिवस है। इस दिन मां सरस्‍वती की पूजा करने से एकाग्रता, बुद्धिमत्‍ता बढ़ती है. करियर में सफलता पाने के उपाय करने के लिए बसंत पंचमी का दिन बहुत शुभ है। बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के कपड़े पहननकर मां सरस्‍वती की पूजा करना शुभ माना जाता है। मान्‍यता है कि इसी दिन विद्या, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती प्रकट हुई थी। इसलिए कला, संगीत और ज्ञान के क्षेत्र से जुड़े लोगों, विद्यार्थियों के लिए बसंत पंचमी का दिन विशेष होता है।

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बसंत पंचमी का मुहूर्त

इस साल 2023 में बसंत पंचमी में 26 जनवरी 2023 को है। हिंदू पंचांग के
अनुसार, माघ शुक्ल पंचमी 25 जनवरी 2023 की दोपहर 12 बजकर 34 मिनट से शुरू
होकर 26 जनवरी 2023 की सुबह 10 बजकर 28 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार इस साल वसंत पंचमी 26 जनवरी 2023 को मनाई जाएगी।

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संपादक: गुलाब सिंह
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