बीएएमएस डिग्री फर्जीवाड़े मामले में 36 फर्जी डॉक्टर चिन्हित, 14 हो चुके गिरफ्तार
देहरादून। बीएएमएस डिग्री फर्जीवाड़े में फरार 16 डॉक्टरों और मुख्य आरोपी इम्लाख के दो भाइयों पर इनाम घोषित किया जाएगा। ये सभी आरोपी डॉक्टर ढाई महीने से फरार हैं। वहीं, इम्लाख के दो भाई अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े हैं।
उत्तराखंड एसटीएफ ने बीती 9 जनवरी को मुकदमा दर्ज किया था। एसटीएफ ने फर्जी डिग्री लेकर भारतीय चिकित्सा परिषद, उत्तराखंड में पंजीकरण कराने वाले 36 डॉक्टर चिह्नित किए। खुलासे के साथ केवल दो आरोपी और सरगना इम्लाख का भाई इमरान ही गिरफ्तार हुआ था। जांच बाद में देहरादून जिला पुलिस को मिली। एसपी क्राइम सर्वेश पंवार के नेतृत्व में एसआईटी बनाई गई है। मामले में सीओ मसूरी अनिल जोशी को विवेचक बनाया गया।
अब तक 14 डॉक्टर गिरफ्तार किए जा चुके हैं और दो ने अदालत में सरेंडर कर दिया। वहीं, चार डॉक्टरों ने अदालत से गिरफ्तारी पर स्टे हासिल कर लिया है। ऐसे में अभी 16 डॉक्टर फरार हैं। इनकी गिरफ्तारी को काफी दबिश दी जा चुकी है। अब इनकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित किया जाएगा।