जातिवाद के जरिये रोजगार देने वाले बने उपदेशक: भट्ट
देहरादून। भाजपा ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सीएम उत्तर प्रदेश अखिलेश यादव के हल्द्वानी में दिए उतराखंड मे रोजगार और पेपर लीक पर दिये बयान पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि सपा कार्यकाल मे तो जाति विशेष के लोग ही नौकरी के योग्य समझे जाते थे और कोई कायदे कानून नही थे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट ने कहा कि सपा के शासन मे समानता का क्या पैमाना था उससे सभी वाक़िफ़ है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के जंगल राज और माफिया राज पर तब अंकुश लगा जब उत्तर प्रदेश मे भाजपा की सरकार बनी और मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कमान संभाली। जिले और थानो के बिकने की संस्कृति पर लगाम लगी। सपा राज मे अरबो के घोटाले सामने आये और कई जेलों मे है। वही तुष्टिकरण के खेल मे लगी रही सपा के चरित्र को कौन नही जानता है।
उतराखंड सपा के उस क्रूर शासन और काले अध्याय को नही भूल सकता जब सरकार की शह पर मा बहनो के साथ दुराचार और चीर हरण की घटना हुई। सपा राज मे आंदोलनकारियों को चुन चुन कर गोलियों से भूना गया और दमनपूर्वक आंदोलन को कुचलने की कोशिस की गयी। सपा को उतराखंड पर कुछ भी कहने का अधिकार नही।
श्री भट्ट ने कहा कि उतराखंड मे आज पारदर्शिता के साथ कार्य हो रहा है। घपले है तो उनकी जाँच और सुनवाई भी हो रही है। उन्होंने कहा कि ऐसा यूपी मे संभव था कि एक परिवार की सरकार थी और वहाँ एक जाति विशेष और तुष्टिकरण के चलते एक समुदाय विशेष की सुनवाई होती थी।