अवैध मजार बनाने और अवैध रूप से रहने वालों पर हो मुकदमा: स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरी
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि में लैंड जिहाद, अतिक्रमण बर्दास्त नहीं होगा, जो हुए हैं उस पर कार्रवाई की जाएगी। देहरादून में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के एक कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि बदरीनाथ में मास्टर प्लान हो अथवा गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए रोपवे इन पर सरकार प्रमुखता से कार्य कर रही है।
जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरी ने कहा कि उत्तराखंड में सनातन हिंदू संस्कृति के अतिरिक्त अन्य किसी भी प्रकार की गतिविधियों को प्रतिबंधित किया जाए। ऐसा कानून प्रदेश में आना चाहिए तभी उत्तराखंड सुरक्षित रह सकेगा। कहा कि जिन्होंने भी अवैध रूप से मजार बनाई हैं या अवैध रूप से वह उत्तराखंड में रह रहे हैं उन सब पर कानून के तहत मुकदमा और कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। जिन-जिन विभागों की भूमि पर अवैध मजारे बन गई हैं और अधिकारी देखते रह गए, उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।
महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरी ने बयान जारी कर कहा कि राष्ट्रीय चैनलों द्वारा प्रमाण सहित दिखाया जा रहा है कि किस प्रकार से उत्तराखंड में हजारों की संख्या में अवैध मजार बना दी गई हैं और सभी मजारे सरकारी भूमि पर बनाई गई हैं। वन विभाग, सिंचाई विभाग, रेलवे, पीडब्ल्यूडी, ग्राम सभा और नगर पंचायत की भूमि पर हजारों की संख्या मजार बनी हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में दो प्रकार के जिहाद चल रहे हैं। एक मजारे जिहाद तथा दूसरा भूमि जिहाद। इसके जरिए उत्तराखंड की भूमि पर कब्जा किया जा रहा है। आरोप लगाया कि बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुसलमान, बांग्लादेशी मुसलमान और उत्तराखंड से लगते आसपास के जनपदों के मुसलमान षड्यंत्र के तहत उत्तराखंड राज्य में प्रवेश कर रहे हैं।