गुरुवार को गौला का जलस्तर 1600 क्यूसेक पहुंचा था और अमृतपुर में दो टिप्पर बह गए थे
हल्द्वानी। मई महीने में ठंड होने से लोगों के स्वेटर फिर निकल गए हैं। शुक्रवार को भी आसमान में बादल हैं। बारिश की संभावना बनी है। शुरूवार को बारिश होने से गोला नदी उफान पर रही। जमरानी में खनन वाहन बह गए।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा व चोटियों पर हिमपात की आशंका है। निचले क्षेत्रों में आंधी व ओलावृष्टि को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून समेत आसपास के क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और तीव्र बौछारों की आशंका है।
गुरुवार दोपहर पहाड़ी क्षेत्र में हुई तेज बरसात के कारण गौला का जलस्तर इस साल के सर्वाधिक जलस्तर पर पहुंच गया। 1600 क्यूसेक पानी होने पर काठगोदाम बैराज का गेट खोलना पड़ा। वहीं, अमृतपुर क्षेत्र में नदी में अचानक पानी बढ़ने से दो टिप्पर कुछ दूरी तक बहते नजर आए। एक कार भी यहां फंसी थी। इस दौरान श्रमिकों और वाहन चालकों में अफरातफरी का माहौल देखने को मिला। इससे पूर्व वन विभाग व वन निगम की टीम ने गौला के निकासी गेटों पर अलर्ट जारी कर दिया गया था, जिस वजह से खनन में जुटे वाहन व श्रमिक किनारे पर पहुंच सुरक्षित हो गए, लेकिन जमरानी क्षेत्र में स्थिति उलट रही। यहां अचानक पानी बढ़ा तो उपखनिज निकासी में लगे दो टिप्पर नदी में कुछ दूरी तक बह भी गए। डीएलएम हल्द्वानी धीरेज बिष्ट ने बताया कि शुक्रवार को पानी की स्थिति देख निकासी होगी।
नैनीताल में गुरुवार को जमकर ओले बरसे, जबकि वर्षा से सड़कें जलमग्न हो गईं। नगर में सुबह के समय मौसम सामान्य बना हुआ था। दोपहर होते ही बूंदाबांदी शुरू हो गई। इसके बाद ओले बरसने शुरू हो गए। साथ ही तेज बारिश भी शुरू हो गई। इसके कुछ देर बाद ही तेज बारिश थम गई, लेकिन रुक रुक कर कभी तेज तो कभी हल्की बारिश का क्रम देर शाम तक जारी रहा।