देहरादून: उत्तराखंड में साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य के मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार, साइबर अपराधों से निपटने के लिए साइबर कमांडो तैयार किए जा रहे हैं।
एसटीएफ द्वारा सफल परीक्षा आयोजन:
आज, विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) और साइबर क्राइम विभाग द्वारा साइबर कमांडो की परीक्षा का आयोजन किया गया। इस परीक्षा में पूरे उत्तराखंड से 242 उम्मीदवारों ने भाग लिया। यह परीक्षा राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU), इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) और गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार आयोजित की गई।
प्रशिक्षण के लिए चयन:
इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों को 6 महीने के लिए साइबर प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण देश के प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे आईआईटी, एनएफएसयू और आरआरओ में दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद ये उम्मीदवार साइबर अपराधों से निपटने के लिए विशेषज्ञ बनेंगे।
एसटीएफ और साइबर क्राइम विभाग का योगदान:
एसटीएफ के एसएसपी नवनीत सिंह ने बताया कि इस परीक्षा को सफल बनाने में एसटीएफ और साइबर क्राइम विभाग के कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उत्तराखंड में साइबर सुरक्षा को मजबूत करने का प्रयास:
यह पहल उत्तराखंड में साइबर सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। साइबर कमांडो के तैयार होने से राज्य में साइबर अपराधों को रोकने में मदद मिलेगी और लोगों का डेटा सुरक्षित रहेगा।