देहरादून। यूं तो अब बस दो दिन बाद महासमर का जनादेश सबके सामने होगा। लेकिन एक जून की शाम आए एग्जिट पोल के नतीजों ने कुछ हद तक स्थिति साफ करती है।
19 अप्रैल को प्रथम चरण में जब पांचों सीटों मतदान का दिन आया तो मतदाताओं ने पिछले दो लोकसभा चुनाव की तुलना में कम मतदान कर चौंका दिया। अलग उत्तराखंड राज्य बनने के बाद यह लोकसभा का पांचवां चुनाव है।
इनमें से वर्ष 2009 में हुए चुनाव में कांग्रेस प्रदेश की सभी पांच लोकसभा सीट जीतने में सफल रही तो इसके बाद वर्ष 2014 और वर्ष 2019 में हुए दो लोकसभा चुनावों में भाजपा ने कांग्रेस को शून्य पर धकेलते हुए सभी पांच सीटों पर कब्जा जमा लिया।
अब पांचवें चुनाव में भाजपा लगातार तीसरी बार सभी सीट जीत पाती है या कांग्रेस ने मतदाताओं का दिल जीतकर भाजपा के अभेद्य समझे जा रहे दुर्ग में सेंधमारी की है, इसका कुछ हद तक अंदाजा लग चुका है।
एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार एक बार फिर भाजपा पांचों सीटों पर कमल खिला रही है। वहीं कांग्रेस के हाथ इस बार भी खाली नजर आ रहे हैं। न्यूज 24 के एग्जिट पोल के अनुसार भाजपा उत्तराखंड में क्लीन स्वीप कर रही है। लेकिन किस पार्टी को कितनी सीटें मिलती है ये तो चार जून को ही पता लग पाएगा।
यूं तो राज्य की पांचों सीटों पर कुल 55 प्रत्याशी मैदान में ताल ठोक रहे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबले में भाजपा और कांग्रेस ही आमने-सामने हैं। इन 10 प्रत्याशियों में से कौन पांच बाजी मारते हैं, इसे लेकर आम जन, राजनीतिक दल और उनके नेता तक उत्सुकता मिश्रित बेचैनी महसूस कर रहे हैं।
वर्ष 2004 में चुनाव में राज्य की पांच सीटों में से तीन भाजपा और कांग्रेस व सपा के हिस्से एक-एक सीट आई। राजग को पराजित कर कांग्रेसनीत संप्रग ने केंद्र में सरकार बनाई। प्रधानमंत्री डा मनमोहन सिंह बने, लेकिन केंद्रीय मंत्रिमंडल में तब उत्तराखंड से कांग्रेस के एकमात्र लोकसभा सदस्य केसी सिंह बाबा को स्थान नहीं मिला।
वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जोरदार प्रदर्शन कर भाजपा को शून्य पर धकेलते हुए पांचों सीटों पर परचम फहरा दिया। डा मनमोहन सिंह सरकार के दूसरे कार्यकाल में उत्तराखंड को केंद्रीय मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व हासिल हो गया। हरिद्वार लोकसभा सीट से निर्वाचित हरीश रावत को पहले राज्य मंत्री बनाया गया और बाद में वह कैबिनेट का हिस्सा भी बने। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के साथ देश की राजनीति में मोदी युग का आरंभ हुआ।
भाजपानीत राजग सरकार ने नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सत्ता संभाली। उत्तराखंड में पांचों सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में तब अल्मोड़ा सुरक्षित सीट से सांसद अजय टम्टा राज्य मंत्री बने। वर्ष 2019 में फिर राजग सत्ता में आया और उत्तराखंड की पांचों सीटों पर लगातार दूसरी बार भाजपा काबिज हुई। इस बार भी उत्तराखंड को मोदी मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिला।
एक्जिट पोल : उत्तराखंड में तीसरी बार भाजपा करेगी क्लीन स्वीप, देश में फिर बनेगी भाजपा गठबंधन की सरकार
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