हरिद्वार। भारत का सबसे बड़ा कॉन्ट्रेक्ट डेवलपमेंट & मैन्युफैक्चरिंग आर्गेनाइजेशन (CDMO) ‘एकम्स’ यह घोषणा करते हुए उत्साहित है कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने पेरैम्पनल ओरल सस्पेंशन को पहली बार मंजूरी दी है। यह मंजूरी पेरैम्पनेल ओरल सस्पेंशन को देश में 12 वर्ष की आयु से ज्यादा के मिर्गी के मरीजों में पार्शियल-ऑनसेट सीजर्स (POS) वाले या उसके बिना, साथ ही प्राइमरी जनरालाइज टॉनिक-क्लोनिक (PGTC) सीजर्स के इलाज के लिए सहायक चिकित्सा के रूप में काम करने की सुविधा देता है। पेरैम्पैनल ओरल सस्पेंशन US FDA द्वारा अनुमोदित FYCOMPA (पेरामपैनल) ओरल सस्पेंशन का एक बायोएक़ुइवैलेन्ट फॉर्मूलेशन है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर में लगभग 50 मिलियन लोगों को मिर्गी की बीमारी है। यह संख्या विश्व स्तर पर मिर्गी को सबसे ज्यादा प्रचलित न्यूरोलॉजिकल बीमारियों में से एक बनाती है। एक अनुमान के मुताबिक हर साल 50 लाख लोगों में मिर्गी का पता चलता है। भारत में मिर्गी के 10 मिलियन से ज्यादा मरीज हैं, यानी दुनिया भर में 50 मिलियन में से 20% मिर्गी के मरीज भारत में हैं।
एकम्स ड्रग & फार्मास्युटिकल्स के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर श्री संजीव जैन ने कहा, “पेरैम्पनल ओरल सस्पेंशन को मंजूरी मिलने के बाद हम सभी काफी उत्साहित हैं क्योंकि इससे मिर्गी के मरीजों को राहत मिलती है। मिर्गी के जो मरीज टैबलेट को नहीं निगल पाते हैं या किसी लिक्विड दवा को नही खा पाते हैं उनके लिए पेरैम्पनल ओरल सस्पेंशन कारगार साबित हो सकती है। इस नए फॉर्मूलेशन का निर्माण मिर्गी केयर को बेहतर बनाने और मिर्गी मरीजों तथा उनके परिवारों की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया गया है। इस फ़ॉर्मूलेशन निर्माण से एकम्स की मरीजों को देखभाल प्रदान करने की प्रतिबद्धता का पता चलता है।”
एकम्स ड्रग & फार्मास्युटिकल्स के जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर श्री संदीप जैन ने कहा, “मिर्गी के कई मरीजों में मिर्गी के शुरूआती चरणों में इलाज करना काफी मुश्किल भरा रहता है और अनियंत्रित मिर्गी के केस वर्तमान समय में भी काफी ज्यादा हैं जोकि एक ख़तरे की बात है। हालांकि इलाज उपलब्ध हैं लेकिन फिर भी मिर्गी की घटनाएँ ज्यादा हैं। पेरैम्पनल मिर्गी के शुरूआती चरण में इलाज के लिए एक महत्वपूर्ण नया विकल्प है, और यह विशेष रूप से वयस्कों और युवाओं में मिर्गी के अनियंत्रित दौरों में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।”
नई मंजूरी प्राप्त पेरैम्पनल ओरल सस्पेंशन फॉर्मूलेशन अब 0.5mg/mL की ताकत के साथ 100mL बोतलों में उपलब्ध है। इसकी पैकेजिंग में एक सुविधाजनक ओरल डोज एप्लिकेटर है जो सटीक डोज लेने में मदद करता है और मरीज को इस दवा का पालन लगातार करने में मदद करता है।
एकम्स ने एक प्रमुख CDMO के रूप में लगातार रिसर्च, इनोवेशन और गुणवत्तापूर्ण मैन्युफैक्चरिंग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की है। यह हालिया उपलब्धि कंपनी की उत्कृष्टता हासिल करने के प्रयास और मिर्गी समुदाय के मरीजों के जीवन में सुधार पर इसके गहरे प्रभाव का प्रमाण है।
एकम्स के बारे में
एकम्स भारत का सबसे बड़ा कॉन्ट्रेक्ट डेवलपमेंट & मैन्युफैक्चरिंग आर्गेनाइजेशन (CDMO) है जो फार्मास्युटिकल मैन्युफैक्चरिंग, रिसर्च और डेवलपमेंट का काम करता है। क्वालिटी, इनोवेशन और ग्राहक की संतुष्टि पर हमेशा ध्यान देने से एकम्स वर्ल्ड क्लास हेल्थकेयर प्रोवाइडर बनने का प्रयास करता है जो मरीजों और हेल्थकेयर प्रोफेसनल्स की अनेक जरूरतों को पूरा करता है।