जेल से बाहर आते ही जयचंद प्रधान हत्याकांड में उसकी पत्नी और गवाह को दी थी धमकी
मेरठ। वेस्ट यूपी और एनसीआर का खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना को यूपी एसटीएफ ने मेरठ के जानी इलाके में मार गिराया है। अनिल दुजाना कुछ दिन पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया था। अनिल दुजाना तिहाड़ जेल में बंद था। जेल से बाहर आते ही दुजाना ने जयचंद प्रधान हत्याकांड में उसकी पत्नी और गवाह संगीता को धमकी दी थी, जिसके बाद से अधिकारियों ने ऐक्शन लेते हुए अनिल दुजाना के खिलाफ पिछले सप्ताह में 2 मुकदमे दर्ज किए थे।
अनिल दुजाना पर 62 केस दर्ज हैं। इनमें 18 मामले हत्या के हैं। अनिल दुजाना 75 हजार का इनामी था। नोएडा पुलिस और यूपी एसटीएफ अनिल दुजाना की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी। अनिल दुजाना की गिरफ्तारी के लिए यूपी एसटीएफ लगातार लगी हुई थी। कुछ दिनों से 7 टीमों ने 20 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की थी, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी। अनिल दुजाना के बाहर आने से गवाहों में डर था। अनिल दुजाना गौतबुद्ध नगर के बादलपुर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर है। वह बादलपुर के दुजाना गांव का रहने वाला है। अनिल दुजाना उत्तर प्रदेश के टॉप बदमाशों की लिस्ट में शामिल था।
एडीजी यूपी एसटीएफ अभिताफ यश ने अनिल दुजाना पर बड़ा बयान दिया है। कहा कि आज यूपी एसटीएफ की 25वीं जयंती है। यूपी एसटीएफ के गठन के दिन ही हमारी मेरठ टीम ने दुर्दांत अपराधी को मार गिराया। अपर पुलिस महानिदेशक (एसटीएफ) अमिताभ यश ने बताया कि अनिल दुजाना एक वांछित अपराधी था, मेरठ के जानी थाना अंतर्गत एक गांव में हमारी टीम ने उसे घेर लिया था। दुजाना ने बचने के लिए हमारी टीम पर गोलीबारी की और जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। दुजाना को घेरने वाली एसटीएफ टीम का नेतृत्व उप्र एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह कर रहे थे।
इस वजह से मेरठ में एनकाउंटर मारा गया दुर्दांत गैंगस्टर अनिल दुजाना
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