बोले, चारधाम यात्रा व्यवस्था पर जाम एक बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह चिन्ह, परेशान हो रहे यात्री
ऋषिकेश। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सोमवार को ऋषिकेश में जाम में फंस गए। ऋषिकेश से तपोवन-मुनिकीरेती जाने के लिए उन्हें दोपहिया में लिफ्ट लेनी पड़ी। वह अपने कार्यक्रम में निर्धारित समय से डेढ़ घंटा विलंब से पहुंचे।
पूर्व मुख्यमंत्री को मुनिकीरेती के तपोवन में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने जाना था। जाम में फंसे होने के कारण उन्हें बाइक सवार युवक से लिफ्ट लेनी पड़ी और वह बाइक से तपोवन में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने खुले तौर पर कहा कि जिस तरीके से पूरे ऋषिकेश शहर में जाम ही जाम है यह चारधाम यात्रा व्यवस्था पर एक बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह चिन्ह खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि मेरी मुख्यमंत्री को यह सलाह है कि वह हर तीसरे दिन स्वयं जाम की मानिटरिंग करें, ताकि किसी भी हमारे यात्रियों, पर्यटकों व ऋषिकेश, मुनिकीरती के स्थानीय लोगों को हर रोज लगने वाले इस जाम का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा पूरा पुलिस प्रशासन मुझे फेल नजर आया, क्या पुलिस प्रशासन की ओर से अतिरिक्त पुलिस बल तैनात नहीं किया जा सकता है, क्या कमियां है मुख्यमंत्री को स्वयं देखना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बताया कि मुझे त्रिवेणी घाट चौराहा से श्री गुरुद्वारा सिंह साहिब तक डेढ़ घंटे तक जाम में फंसा रहना पड़ा। जब गाड़ी आगे नहीं बढ़ी तो मैंने घाट चौराहा ऋषिकेश से एक मोटरसाइकिल वाले भाई से लिफ्ट ली और अपने गंतव्य तक पहुंचा।