अल्मोड़ा: उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी (उपपा) ने राज्य में व्यापक पैमाने पर हो रहे भूमि घोटालों पर गंभीर चिंता जताई है। पार्टी का मानना है कि इन घोटालों में कई बड़े अधिकारी, राजनेता और सरकारी कर्मचारी शामिल हैं। उपपा ने मांग की है कि इन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी सी तिवारी ने कहा कि राज्य में छोटे-छोटे मामलों में कार्रवाई में देरी होती है, जबकि भ्रष्टाचारियों द्वारा भूमि हथियाने के मामले तेजी से निपटा दिए जाते हैं। उन्होंने डांडा कांडा में प्लीजेंट वैली फाउंडेशन, नैनीसार में हिमांशु एजुकेशन सोसाइटी और चितई, फलसीमा में हुए घोटालों की जांच की मांग की है।
तिवारी ने कहा कि प्लीजेंट वैली फाउंडेशन मामले में लगभग 15 साल पहले ही गड़बड़ी सामने आ गई थी, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने सवाल उठाया कि इतने लंबे समय तक इस मामले में कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई और इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
उपपा का कहना है कि पिछले कुछ दशकों में पार्टी ने कई ऐसे मामले सरकार और पुलिस प्रशासन के सामने रखे थे, लेकिन उन पर समय पर कार्रवाई नहीं होने के कारण आज राज्य को इस स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
मुख्य बिंदु:
* उत्तराखंड में व्यापक भूमि घोटाले
* बड़े अधिकारी, राजनेता और कर्मचारी शामिल
* उपपा ने सख्त कार्रवाई की मांग
* डांडा कांडा, नैनीसार और चितई-फलसीमा में जांच की मांग
* प्लीजेंट वैली फाउंडेशन मामले में 15 साल से कोई कार्रवाई नहीं
उत्तराखंड में भू-घोटाले: उपपा की मांग, दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई
By
Posted on