देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में अकेले रह रहे बुजुर्गों की देखभाल के लिए प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसमें आंगनबाड़ी केंद्रों को भी सहयोगी बनाया जाएगा ताकि बुजुर्गों को समय पर सहायता मिल सके।
गुरुवार शाम सचिवालय में समाज कल्याण और महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वृद्धावस्था पेंशन की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह पेंशन वितरण मुख्यमंत्री के संदेश के साथ तय तिथि को किया जाए ताकि बुजुर्गों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनसेवा से जुड़े कार्यों का बेहतर परिणाम लाना अधिकारियों का लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे राज्य के विकास के प्रति समर्पित और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की व्यवस्था पर रोक लगाई जाएगी ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों का बेहतर निर्वहन कर सकें।
उन्होंने निराश्रित व्यक्तियों के लिए आश्रय गृह (शेल्टर होम) की व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन शेल्टर होम्स का संचालन सुचारू रूप से हो और समाज के जरूरतमंद वर्ग को इसका लाभ मिले। राज्य सरकार का उद्देश्य बुजुर्गों और जरूरतमंद लोगों को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन प्रदान करना है।
