देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले राज्य के खिलाड़ियों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है। सरकार ने इन खिलाड़ियों के लिए दी जाने वाली पुरस्कार राशि को दोगुना करने का फैसला किया है। शुक्रवार को इस संबंध में शासनादेश जारी कर दिया गया।
अब राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को छह लाख रुपये की जगह 12 लाख रुपये, रजत पदक जीतने वाले को चार लाख रुपये की जगह आठ लाख रुपये और कांस्य पदक जीतने वाले को तीन लाख रुपये की जगह छह लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के बाद जारी हुआ शासनादेश
यह फैसला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के बाद लिया गया है। मुख्यमंत्री ने कुछ समय पहले ही राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के लिए पुरस्कार राशि बढ़ाने की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद सरकार ने इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया था और शासन को भेजा था। अब शासनादेश जारी होने के साथ ही यह फैसला अमल में आ गया है।
ओलंपिक और राष्ट्रीय खेलों में पुरस्कार राशि में अंतर
हालांकि, ओलंपिक और राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को दी जाने वाली पुरस्कार राशि में अभी भी काफी अंतर है। ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को दो करोड़ रुपये, रजत पदक जीतने वाले को डेढ़ करोड़ रुपये और कांस्य पदक जीतने वाले को एक करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है। इसके अलावा, ओलंपिक में भाग लेने वाले राज्य के खिलाड़ी को भी 50 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है।
राजपत्रित अधिकारी की नौकरी का भी प्रावधान
राज्य सरकार की खेल नीति 2021 के अनुसार, ओलंपिक या राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार राशि के अलावा आउट ऑफ टर्न राजपत्रित अधिकारी की नौकरी भी दी जाती है। इन खिलाड़ियों को पुलिस उप अधीक्षक, सहायक वन संरक्षक या संभागीय परिवहन अधिकारी जैसे पदों पर नियुक्त किया जाता है।