हल्द्वानी: नैनीताल पुलिस और जिला प्रशासन ने हल्द्वानी शहर में शादी समारोहों के दौरान होने वाली समस्याओं को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है। एसपी सिटी हल्द्वानी, प्रकाश चंद्र और सिटी मैजिस्ट्रेट, ए.पी. बाजपेई की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई जिसमें बैंकेट हॉल, टेंट हाउस, डीजे और बैंड संचालकों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं।
साउंड ट्राली पर पूर्ण प्रतिबंध:
बैठक में सबसे महत्वपूर्ण निर्णय साउंड ट्राली पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का लिया गया है। अब से शादी समारोहों में साउंड ट्राली का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा, डीजे पर भी रात 10 बजे के बाद प्रतिबंध लगा दिया गया है।
यातायात व्यवस्था पर जोर:
शादी समारोहों के दौरान होने वाले यातायात जाम को रोकने के लिए भी कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। बैंक्वेट हॉल संचालकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने यहां होने वाले समारोहों के लिए पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था करें और सड़क पर किसी भी प्रकार से वाहनों को खड़ा न करने दें।
पुलिस को सूचना देना अनिवार्य:
सभी बैंक्वेट हॉल संचालकों को अपने यहां होने वाले शादी समारोहों की सूचना निकटतम थाने को देना अनिवार्य कर दिया गया है। इससे पुलिस को किसी भी आपात स्थिति से निपटने में आसानी होगी।
सीसीटीवी कैमरे लगाना अनिवार्य:
सभी बैंक्वेट हॉल और टेंट हाउस संचालकों को अपने यहां सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इससे सुरक्षा बढ़ाने के साथ-साथ किसी भी अप्रिय घटना की जांच में मदद मिलेगी।
रिबन काटने का तरीका बदला:
शादी समारोहों में प्रवेश द्वार पर रिबन काटने की परंपरा को भी बदल दिया गया है। अब रिबन काटने का कार्य सड़क से कम से कम 20-30 मीटर अंदर किया जाएगा ताकि सड़क पर जाम न लगे।
अन्य निर्देश:
* शादी समारोह में शामिल होने वाले व्यक्तियों के वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था स्वयं बैंक्वेट स्वामी द्वारा सुनिश्चित की जाएगी।
* सभी बैंक्वेट हॉल में पर्याप्त मात्रा में लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी।
* शादी समारोह के दौरान डेसीबल लेवल 70 से अधिक नहीं होना चाहिए।
बैठक में उपस्थित:
इस बैठक में नैनीताल पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ हल्द्वानी के विभिन्न बैंकेट हॉल, टेंट हाउस, डीजे और बैंड संचालकों, व्यापार मंडल के प्रतिनिधि और अन्य स्थानीय समुदाय के सदस्य भी मौजूद थे।
यह निर्णय क्यों महत्वपूर्ण है:
यह निर्णय हल्द्वानी शहर में शादी समारोहों के दौरान होने वाली समस्याओं को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चल सकेगी और शोर प्रदूषण भी कम होगा। इसके अलावा, सुरक्षा के लिहाज से भी यह निर्णय काफी महत्वपूर्ण है।