17 सितंबर से ग्राम स्वास्थ्य चौपाल लगाई जाएंगी, 25 लाख परिवारों के हेल्थ चेकअप का लक्ष्य
देहरादून। उत्तराखंड में एमबीबीएस के आर्थिक रूप से कमजोर और मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। उनकी आधी फीस सरकार की ओर से दी जाएगी। मेडिकल में एमडी-एमएस और पीएचडी करने वालों को भी सरकार हर माह पांच हजार रुपये की छात्रवृति देगी।
चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दून में सोमवार को एचएनबी मेडिकल विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकार इस संबंध में जल्द फैसला कर आदेश करने जा रही है। सरकार एमबीबीएस एवं पीजी के छात्रों का बीमा भी कराएगी।
मंत्री ने कहा कि दून, श्रीनगर, अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेजों में ऑडिटोरियम तैयार है। अब किराये के परिसरों में दीक्षांत समारोह अगले साल से नहीं होंगे। हरिद्वार में सरकारी मेडिकल कॉलेज 2024, रुद्रपुर में 2026, पिथौरागढ़ में 2027 से शुरू होगा। नर्सिंग छात्रों के लिए विदेश में पांच हजार नौकरियों का लक्ष्य रखा गया है। तीन हजार नर्सिंग स्टाफ तीन महीने के भीतर रखे जाएंगे। डॉक्टरों का स्पेशलिस्ट कैडर अलग बनने जा रहा है। सुपर स्पेशलिस्ट को छह और स्पेशलिस्ट को 4.5 लाख रुपयेप्रतिमाह दे रहे हैं। मंत्री ने कहा कि 16 हजार गांवों में पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के मौके पर 17 सितंबर से ग्राम स्वास्थ्य चौपाल लगाई जाएंगी, जिसमें 25 लाख परिवारों के हेल्थ चेकअप का लक्ष्य है। आयुष्मान, आभा आई कार्ड बनाए जाएंगे।