जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
सूपी व मनाघेर फार्म को भी पहले ही लीज पर दे चुकी है सरकार
धानाचूली। नैनीताल जिले के भीमताल विधानसभा किसानों ने जिलाधिकारी नैनीताल के माध्यम से रामगढ़ स्थित उद्यान भूमि को सिडकुल को दिए जाने के विरोध में राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है।
कांग्रेस नेता मनोज शर्मा व अन्य ने भेजे ज्ञापन में कहा कि भीमताल विधानसभा के अंतर्गत रामगढ़ ब्लॉक में उद्यान विभाग की जमीन को सरकार ने सिडकुल को हस्तांतरित कर दिया है। जोकि जन भावनाओं के अनुरूप नहीं है। उद्यान विभाग को ये जमीन , फल उत्पादक पेड़ों और बागवानी को बढ़ावा देने के लिए दिया गया था । पर सरकार उद्योगपतियों को यह जमीन होटल खोलने व उनके ऐशगाह बनाने के लिए दे रही है ।जो कि सरासर गलत है । जिसका क्षेत्रीय जनता व जनप्रतिनिधि विरोध दर्ज कर रहे है।उन्होंने कहा सरकार को चाहिए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्र के युवाओं को मौका दें। युवाओं को क्षेत्र में रोजगार करने के लिए संसाधन उपलब्ध कराएं , पर्यटन विकास के लिए क्षेत्र के युवाओं को जमीन उपलब्ध कराई जाए न कि बाहर के उद्योगपतियों को उनके ऐशगाह बनाने के लिए हमारे पूर्वजों की ऐतिहासिक धरोहर को खुर्दबुर्द किया जाय। उन्होंने राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में मांग की है अति शीघ्र उद्यान विभाग की जमीन के हस्तांतरण को रोका जाए। ज्ञापन देने वालों में मनोज शर्मा , भुवन दर्मवाल , प्रताप बर्गली , योगेश सिंह , किशन बिष्ट , भूपेश बिष्ट , सुरेश चंद्र मौजूद थे।
रामगढ़ में 100 तो सदबुगा में 8 हेक्टेयर है जमीन
धानाचूली। उद्यान विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रामगढ़ में करीब 100 हेक्टेयर तो सदबुंगा में 8 हेक्टेयर के करीब भूमि है। जिसमे मिशन एप्पल के तहत 2100 पेड़ लगाए गए हैं। करीब ढाई हजार पेड़ वर्तमान में उद्यान विभाग द्वारा लगाए जा रहे हैं। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि उद्यान विभाग की मनाघेर और सूफी फार्म को भी सरकार ने लीज पर देकर किसानों को अच्छा बीज मिलने की उम्मीद कई सालों पहले खत्म कर दी है। उस वक्त भी इसका विरोध हुआ पर सुनवाई हुई नही। इन फार्मो में उत्तम क्वालिटी का बीज आलू की पैदावार की जाती थी।
विभाग का कथन—-
जिला उद्यान अधिकारी नैनीताल आरके सिंह का कहना है,वर्तमान में विभाग द्वारा रामगढ़ के फार्म में सेब के पेड़ लगाए जा रहे है। मुझे यहाँ की जमीन सिडकुल की दिए जाने की जानकारी नही है। पर कुछ दिन पहले कुछ लोग आए थे जो भूमि का निरीक्षण कर गए है। फिलहाल विभाग खाली पड़ी जमीन में पेड़ लगा रहा है।