कर्मचारियों ने सुरक्षा नहीं देने पर ओ.पी.डी.बहिष्कार की चेतावनी दी
कमल जगाती
नैनीताल- नैनीताल में प्रतिष्ठित यू ट्यूबर अमित साह की मौत मामले में बुधवार को स्वास्थ्य सचिव के सामने हंगामे के मामले में आज बी.डी.पाण्डे अस्पताल प्रबंधन ने बैठक बुलाकर तीमारदारों और अन्य के इस व्यवहार पर नाराजगी जताई। कर्मचारियों ने आंदोलनकारियों के व्यवहार पर नाराजगी जताते हुए सुरक्षा नहीं देने पर ओ.पी.डी.बहिष्कार की चेतावनी दी है।
ऊत्तराखण्ड के स्वास्थ्य सचिव आर रमेश का बुधवार सावेरे बी.डी.पाण्डे अस्पताल का निरीक्षण हो रहा था। इसी बीच फेमस यू ट्यूबर, पर्वतारोही, फोटोग्राफर, कलाकार और फ़ोटो जर्नलिस्ट अमित साह के परिजन वहां पहुंच गए। आरोप था कि सोमवार रात दो बजे अमित की तबियत खराब होने के बाद उन्हें बी.डी.पाण्डे अस्पताल लाया गया। वहां ड्यूटी पर तैनात इ.एम.ओ.ने ई.सी.जी.कर घर पर मौजूद हार्ट विशेसज्ञ से सलाह ली। उनके साफ तौर पर अमित को जान का खतरा बताने के बावजूद इ.एम.ओ.ने ये बात परिजनों को नहीं बताई। अमित की गंभीर तबियत को लेकर लापरवाही से सवेरे तक ई.सी.जी.कराने की बात कहने पर परिजन अमित को घर ले गए। सावेरे लगभग 5 बजे अमित के शरीर ने काम बंद कर दिया, जिसके बाद उसे अस्पताल लाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। बुधवार सवेरे स्वास्थ्य सचिव से वीरोध करने पर जांच के आदेश दिए गए।
बुधवार और गुरुवार सवेरे अस्पताल प्रबंधन ने एक बैठक कर तीमारदारों और अन्य के इस व्यवहार पर आपत्ति जताई। अस्ताल की कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी एन.एस.रावत ने कहा कि 50 से 60 अराजक तत्व अस्पताल पहुंचे और उन्होंने महिलाओं को आगे कर स्वास्थ्य सचिव को घेरा जिससे मरीजों के इलाज में परेशानी हुई। इसके अलावा उन्होंने गार्ड को धमकाया भी। प्रबंधन ने
कल से सुरक्षा की मांग की है और पूरी नहीं होने पर तीन घंटे ओ.पी.डी.का बहिष्कार, उसके 24 घंटे में पूरा नहीं करने पर पूर्ण ओ.पी.डी.का बहिष्कार करेंगे।