हल्द्वानी। मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में जेनरेटर नहीं चलाने के कारण मोर्चरी में डिप फ्रिज में रखे शव खराब हो रहे हैं। कई बार तो शव सड़ तक जा रहे हैं। रविवार को जेनरेटर नहीं चलने के कारण शव से दुर्गंध आने लगी। इस कारण परिजनों ने रविवार देर रात जमकर हंगामा काटा। किसी तरह मोर्चरी कर्मचारियों ने परिजनों को समझाकर शांत किया। जेनरेटर नहीं चलने की शिकायत प्राचार्य से भी की गई है।
गांधी स्कूल के पास स्थित मोर्चरी मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत आती है। मोर्चरी में डिप फ्रिज लगे हुए हैं। शाम चार बजे बाद और रात में आने वाले शवों को डिप फ्रिज में रखा जाता है। लावारिस शवों को भी तीन दिन मोर्चरी में रखा जाता है। मोर्चरी में लाइट जाने के बाद जेनरेटर चलाया जाता है जिससे डिप फ्रिज में रखे शव खराब न हों। इस बीच एक महीने से शटडाउन समेत अन्य कारणों से लगातार बिजली जा रही है। मोर्चरी में बिजली जाने के दौरान जेनरेटर नहीं चलाया जा रहा है।
इस कारण शव खराब हो रहे हैं। शव के पोस्टमार्टम के दौरान जब डॉक्टर फोन करते हैं तब ही जनरेटर चलाया जा रहा है। रविवार रात एक शव का पोस्टमार्टम किया गया। इससे पूर्व शव को डिप फ्रिज में रखा गया था। लाइट न होने के कारण डिप फ्रिज में रखे से काफी दुर्गंध आने लगी। इस पर परिजनों ने मोर्चरी में तैनात कर्मचारियों को खरी-खोटी सुनाई। बमुश्किल कर्मचारियों ने समझाकर लोगों को शांत किया। सोमवार को जब पोस्टमार्टम के दौरान भी जेनरेटर नहीं चला तो फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के ऑफिस इंचार्ज प्रताप सिंह बोरा ने संबंधित कर्मचारी को फोन किया। बोरा ने बताया कि कर्मचारी ने पहले तो डीजल नहीं होने का बहाना बताया। फिर वह अभ्रदता पर उतर आया। इसके बाद प्राचार्य से मामले की शिकायत की गई। तब जाकर जेनरेटर चलाया गया।
हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में जेनरेटर खराब, शव से दुगर्न्ध आने पर परिजनों का हंगामा
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