हल्द्वानी। उत्तराखंड राज्य में सशक्त भू-कानून और मूल निवास की कट ऑफ डेट 1950 लागू करने सहित कई मांगों को लेकर रविवार को हल्द्वानी में विशाल स्वाभिमान रैली निकाली गई। देहरादून के बाद हल्द्वानी में निकाली गई रैली में भी बड़ी संख्या में युवाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस मौके पर लोक देवता गोल्ज्यू से युवाओं ने न्याय की गुहार भी लगाई।
बुद्ध पार्क से पर्वतीय उत्थान मंच हीरानगर तक निकाली गई विशाल रैली में वक्ताओं ने सशक्त भू-कानून लागू नही होने को राज्य के मूल निवासियों के हकों की लूट बताया। मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के आह्वान पर आयोजित स्वाभिमान रैली में हल्द्वानी समेत प्रदेश के अलग-अलग जिलों से करीब दो हजार लोग शामिल हुए। इससे पूर्व बीते 24 दिसंबर को देहरादून में हुई रैली में भी हजारों युवाओं ने भागीदारी की। रैली को मुख्य रूप से यूकेडी, उपपा, बेरोजगार संघ, स्वराज सेवा दल, उत्तराखंड चकबंदी मोर्चा, राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी, वंदेमातरम् ग्रुप, पहाड़ी आर्मी, छात्रसंघ, युवा व्यापार मंडल, पहाड़ी मोर्चा आदि संगठन से जुड़े युवा शामिल हुए।
स्वाभिमान रैली : ये प्रमुख मांगें उठीं
● मूल निवास की कटऑफ 1950 हो।
● प्रदेश में लागू भू कानून को रद्द कर सशक्त भू कानून बने।
● राज्य में 25 साल की सेवा के बाद ही 250 वर्ग मीटर भूमि खरीदने की अनुमति मिले।
● ग्रामीण क्षेत्र में भूमि की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगे और गैर कृषक द्वारा कृषि भूमि खरीदने पर रोक।
● पर्वतीय क्षेत्र में गैर पर्वतीय मूल के निवासियों के भूमि खरीदने पर तत्काल रोक लगे।
● राज्य गठन के बाद विभिन्न व्यक्तियों, संस्थाओं, कंपनियों को दान या लीज पर दी गई भूमि का ब्यौरा सार्वजनिक हो।
● राज्य के उद्यमों, परियोजनाओं में स्थानीय मूल निवासियों की 25 हिस्सेदारी तय हो।
● राज्य में लगे उद्योगों में स्थानीय युवाओं के 80 रोजगार की गारंटी की जाए।
हल्द्वानी में स्वाभिमान रैली में इन प्रमुख मांगों पर युवाओं से लेकर महिलाओं व बुजुर्गों ने बुलंद की आवाज
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