मणिपुर सरकार को बर्खास्त करे केन्द्र सरकार: उपपा
अल्मोड़ा। मणिपुर में दो महिलाओं की निर्वस्त्र परेड कराए जाने मामले की आंच अब अल्मोड़ा तक पहुंच चुकी है। उपपा ने शुक्रवार को यहां शिखर तिराहे से मिलन चौक तक मार्च निकालकर मणिपुर व केंद्र सरकार का पुतला फूंका। साथ ही इस घटना को शर्मनाक करार दिया। उपपा ने कहा कि मणिपुर की घटना से आज पूरा देश शर्मसार हुआ है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार्यवाही करने के बजाय मामले में चुप्पी साधे बैठे है। उपपा ने मणिपुर की सरकार को तत्काल बर्खास्त करने व गृहमंत्री अमित साह से अपने पद से इस्तीफा देने की मांग की है।
इस मौके पर उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पी.सी. तिवारी ने कहा कि पूरे देश व समाज को लज्जित करने वाली इस हरकत पर मणिपुर, केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री की लंबी चुप्पी से पूरा समाज सकते में है। उन्होंने कहा कि मणिपुर की शर्मनाक घटना व भारतीय समाज व संविधान को छलनी करने वाली इस घटना के लिए केंद्र सरकार मणिपुर की डबल इंजन सरकार को तत्काल बर्खास्त करें।
इस घटना के खिलाफ तीव्र रोष व्यक्त करते हुए उपपा ने कहा कि उत्तराखंड आंदोलन के दौरान 2 अक्टूबर 1994 को हुए मुजफ्फरनगर कांड से अपमानित उत्तराखंड मणिपुर व देश व दुनिया में महिलाओं को हथियार बनाने की इस खतरनाक प्रवृत्ति को महसूस कर सकते हैं। परिवर्तन पार्टी के नेताओं ने कहा कि एक ऐसे समय में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार देश में आदिवासी राष्ट्रपति चुनने का श्रेय दे रही है तब आदिवासी महिलाओं के साथ हुई इस दरिंदगी ने भारत की सरकार, यहां के समाज को पूरी दुनिया को शर्मशार कर दिया है। उपपा ने मणिपुर के हालात तुरंत संभालने की मांग करते हुए मणिपुर सरकार को बर्खास्त करने तथा केंद्र सरकार से इस घटना के लिए पूरे देश से माफी मांगने की मांग की।
इस मौके पर उपपा की केंद्रीय उपाध्यक्ष आनंदी वर्मा, नगर अध्यक्ष हीरा देवी, केंद्रीय सचिव नारायण राम, जीवन चंद्र, सरिता मेहरा, भावना मनकोटी, चंपा सुयाल, नानीसार आंदोलन के राजेंद्र सिंह व विशन सिंह, गोपाल सिंह, लक्ष्मण सिंह, दीवान सिंह, वसीम अहमद, पान सिंह बोरा, गोपाल राम, किरन आर्या, उत्तराखंड छात्र संगठन की भारती पांडे, दीपांशु पांडे, राकेश कुमार, विद्या कनवाल, मनोज कनवाल, भास्कर भौर्याल, नाजिम अली, भारती आदि लोग मौजूद रहे।