देहरादून: उत्तराखंड में 12 जनवरी को होने वाले अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन की तैयारियां जोरों पर हैं। इस सम्मेलन में 17 देशों से आए 60 प्रतिनिधि भाग लेंगे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
सम्मेलन का उद्देश्य:
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के विकास में प्रवासियों की भागीदारी को बढ़ावा देना है। सम्मेलन में कृषि, उद्यान, पर्यटन, उद्योग और कौशल विकास जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी।
सम्मेलन की प्रमुख विशेषताएं:
- विभिन्न सत्र: सम्मेलन में चार अलग-अलग सत्रों में कृषि, उद्यान, पर्यटन, उद्योग और कौशल विकास पर चर्चा होगी।
- लोक संस्कृति का प्रदर्शन: सम्मेलन में राज्य की लोक संस्कृति, खानपान और स्थानीय हस्तशिल्प की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
- निवेश की संभावनाएं: उद्योग विभाग विनिर्माण, ऊर्जा और स्टार्टअप में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेगा।
- पर्यटन: पर्यटन विभाग हॉस्पिटैलिटी, वेलनेस, एस्ट्रो टूरिज्म और हेली सेवाओं के माध्यम से राज्य को जोड़ने पर चर्चा करेगा।
- कौशल विकास: कौशल विकास विभाग कौशल विकास और विदेश में रोजगार के अवसरों पर चर्चा करेगा।
- प्रवासियों का योगदान: सम्मेलन में प्रवासियों के साथ राज्य के विकास में योगदान और पलायन को रोकने पर भी चर्चा की जाएगी।
तैयारियां:
सचिवालय में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने सम्मेलन के दौरान शहर की स्वच्छता, पार्किंग व्यवस्था और विदेश से आने वाले अतिथियों के स्वागत-सत्कार के लिए पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
कौन-कौन से देशों से आएंगे प्रतिनिधि:
यूएई, जापान, सिंगापुर, न्यूजीलैंड, कनाडा, चीन, यूनाइटेड किंगडम, इंडोनेशिया, अमेरिका, वियतनाम, ओमान, जर्मनी, आयरलैंड, मलेशिया, नाइजीरिया और थाईलैंड से प्रवासी उत्तराखंडी इस सम्मेलन में भाग लेंगे।
यह सम्मेलन उत्तराखंड के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे राज्य को वैश्विक स्तर पर पहचान मिलेगी और निवेश को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।