गुरिल्लों की राष्ट्र सेवा को भूल गई है सरकार:ब्रह्मानंद डलाकोटी
मोरी हिल स्टेशन (उत्तरकाशी)। अल्मोड़ा से शुरू हुई गुरिल्ला जन जागरण रथयात्रा आज 25 वे दिन मोरी पहुंची। गुरिल्लों ने यात्रा की शुरुआत सीमा गांव के सोमेश्वर महादेव के मंदिर से शुरू की। निरीक्षण भवन के प्रांगण में हुई सभा को संबोधित करते हुए संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष ब्रह्मा नंद डालाकोटी ने कहा कि सरकार गुरिल्लों की राष्ट्र सेवा को भूल गयी है। गुरिल्लों ने जब सीमाओं पर संचार तथा परिवहन की कोई व्यवस्था नहीं थी तब सीमावर्ती इलाकों में देश के लिए मीलों पैदल चलकर जान जोखिम में डालकर भी काम किया। गुरिल्लों ने पूर्वोत्तर राज्यों में जहां क्षेत्रीय अलगाववाद को खत्म कर क्षेत्र को राष्ट्र की मुख्यधारा में ला खड़ा किया वहीं चीन से मुकाबले की तैयारी में सरकार के हर प्रशिक्षण में भागीदारी की। जो गुरिल्ले सरकार के बुलावे पर तत्क्षण खड़े हो गये उनके प्रति सरकार की भी जिम्मेदारी है कि उनके बुढ़ापे का ख्याल रखे। जिलाध्यक्ष जयेन्द रावत ने संघे संक्ति सर्वदा तथा जय जवान जय किसान नारा लगाते हुए कहा कि हमारे गुरिल्ला भी फौज के जवान की तरह ही हैं उनके कमजोर होने से देश भी कमजोर होता है।सरकार को गुरिल्लो की नौकरी पेंशन की मांग पर शीघ्र निर्णय लेना चाहिए।आज यहां सभा में सियाराम, बलबीर सिंह, प्रताप सिंह, कुंवर सिंह, महाबीर राणा, बबली रावत, प्रमीला बसंती, मुन्ना देवी, दुर्गा सिंह, बिक्रम लाल, कुशाल सिंह राणा आदि गूरिल्ले उपस्थित रहे।