रानीखेत: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वाली बस सेवाएं जल्द ही बहाल होने की उम्मीद है। रानीखेत डिपो को 15 नई बसें आवंटित होने के बाद बंद पड़े रूटों पर बस सेवाएं फिर से शुरू की जाएंगी।
रानीखेत डिपो से नैनीताल से गोपेश्वर, दिल्ली से गैरसैंण, टनकपुर से गैरसैंण सहित कई अन्य रूटों पर बसें संचालित होती हैं। लेकिन पुरानी बसों के खराब होने के कारण इन रूटों पर बस सेवाएं कई दिनों से बाधित थीं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही थी।
रानीखेत डिपो प्रभारी मोहन सिंह रावत ने बताया कि डिजिटल तकनीकी अपडेट मैपिंग में कुछ समस्या आने के कारण बसें यात्रा पर नहीं जा पा रही थीं। लेकिन शुक्रवार को दीपावली के अवसर पर स्थानीय चालक और परिचालक ड्यूटी पर आने के बाद दिल्ली से चौखुटिया होते हुए गैरसैंण के लिए एक बस रवाना होगी। इसके बाद शनिवार सुबह गैरसैंण से दिल्ली के लिए बस चलेगी। उन्होंने कहा कि अन्य बंद पड़े रूटों पर भी जल्द ही बस सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी।
नई बसों से यात्रियों को मिलेगी राहत:
नई बसों के आने से यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव होगा। साथ ही, इन बसों में आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। इन बसों के शुरू होने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी काफी फायदा होगा।
कुमाऊं-गढ़वाल के बीच बेहतर संपर्क:
कुमाऊं और गढ़वाल के बीच बस सेवाएं बहाल होने से दोनों क्षेत्रों के बीच संपर्क बेहतर होगा। इससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
उत्तराखंड परिवहन निगम का प्रयास:
उत्तराखंड परिवहन निगम यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। नई बसें आवंटित करके निगम ने यात्रियों को एक बड़ी राहत दी है।
रानीखेत से कुमाऊं-गढ़वाल बस सेवाएं फिर से शुरू होने की उम्मीद
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