पिथौरागढ। सीमांत क्षेत्र तवाघाट लिपूलेख मार्ग सातवें दिन खुल गया। इससे यात्रियों को खासी राहत मिली।
मौसम खराब होने से पहले और दूसरे दल के 31 यात्रियों को बगैर आदि कैलास के दर्शन के ही वापस लौटना पड़ा। वहीं, तवाघाट-लिपूलेख एनएच के बंद होने से यात्रियों को आदि कैलास आवाजाही के लिए पास जारी नहीं हो रहे हैं। 150 से अधिक निजी दल धारचूला के होटलों में कैद होकर रह गए हैं।
आदि कैलास यात्रा बीते चार मई से शुरू हुई है। अब तक दस दल सीमांत जनपद पहुंचे हैं, लेकिन आठ दल ही अपनी पूरी यात्रा नहीं कर सके हैं। वह भी जान हथेली में रखकर। दरअसल बीते सात दिनों से तवाघाट-लिपुलेख एनएच में लखनपुर के समीप भूस्खलन होने से बंद है।
पुलिस और एसडीआरएफ की टीम पास जारी हुए यात्रियों का रेस्क्यू कर उन्हें किसी तरह यात्रा करवा रही है। इससे पूर्व भी इस मार्ग में चार से पांच दिन आवाजाही बंद रही। कभी गर्भाधार के समीप भूस्खलन होने से सड़क बंद हो गई तो ग्लेशियर टूटने से आवाजाही बाधित रही।
आदि कैलास यात्रियों के लिए बड़ी राहत, तवाघाट लिपूलेख मार्ग खुला
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