स्थानीय महिलाओ ने पारंपरिक परिधानों में किया पौधरोपण
धानाचूली(नैनीताल)। आरोही संस्था के माध्यम से उत्तराखंड राज्य के पांच जनपदों में वीएनवी.परियोजना अंतर्गत बृहद पौध का कार्य प्रारंभ किया गया ।परियोजना का आगाज सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में नैनीताल जनपद के वन पंचायतों में किया गया।
बुधवार को रामगढ़ विकास खंड के खेरदा एवं मोना वन पंचायत में ग्रामीण महिलाओं द्वारा अपनी पंचायतों में पारंपरिक परिधानों जैसे लहंगा पिछोडा में हरेला पर्व मनाते हुए पौधरोपण कर इसका आगाज किया गया।
आरोही के निदेशक डॉ. पंकज तिवारी ने बताया परियोजना का उद्देश्य मात्र पौधरोपण नहीं है वरन रोपित पौधों का संरक्षण व इसके माध्यम से आजीविका संवर्धन गतिविधियों को बढ़ावा देना है। रोपित पौधों द्वारा भविष्य में जल संरक्षण, चारा धास कमी को कम करना है। ग्रामवासियों द्वारा भरसक उत्साह के साथ अपने वन पंचायत में रोपण कार्य किया गया व संरक्षण की जिम्मेदारी ली गई । बैठक में आरोही संस्था के प्रतिनिधियों ने परियोजना संबंधित जानकारी ग्रामीणों को दी गई।साथ ही परियोजना अंतर्गत चार हजार हेक्टेयर में 40 लाख पौधों को रोपित किए जाने की लक्ष्य है। परियोजना अंतर्गत जो स्थानीय प्रजातियों हैं इसको रोपित करने हेतु ग्राम स्तर पर नर्सरिया बनवाई गई है। जिससे ग्रामीण स्तर पर रोजगार मिल सकेगा। इस दौरान खेरदा के ग्राम प्रधान बालीराम , सरपंच हेमा देवी ,मोना प्रधान पुष्पा मेहरा , सरपंच राकेश राणा आरोही संस्था से डॉ नारायण लोधियाल, संजय सिंह बिष्ट, नरेंद्र सिंह बिष्ट , खुशाल बिष्ट , पूरन कबड़वाल, पंकज तिवारी, अश्विन जोशी, भुपेंद्र बिष्ट, चंद्र शेखर व प्रकाश चंद्र उपस्थित रहे। अंत में आरोही संस्था के अधिशासी निदेशक डॉ पंकज तिवारी द्वारा कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु ग्रामीणों का धन्यवाद व्यक्त कर भविष्य हर प्रकार के सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया गया।