डीएम ने मां पूर्णागिरि मेले की तैयारियो को अंतिम रूप देने मेला व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया
चम्पावत। जनपद चम्पावत के टनकपुर में आगामी 9 मार्च से प्रारंभ होने जा रहे सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेले की पूर्व तैयारियो को अंतिम रूप देने हेतु डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने पूर्णागिरि पहुच कर मेला व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों के साथ ककराली गेट से पूर्णागिरि तक यात्रा मार्ग का निरीक्षण भी किया। ज्ञात हो कि माँ पूर्णागिरि धाम मेला 9 मार्च से शुरू होकर 9 जून तक चलेगा।
जिलाधिकारी द्वारा बूम पार्किंग स्थल के निरीक्षण के दौरान मेले में बिजली, पेयजल व बस पार्किंग स्थल पर पर्याप्त संख्या में शौचालय व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के निर्देश मेला मजिस्ट्रेट व अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं एवं चालक-परिचालकों के लिए सेड की व्यवस्था भी रखी जाय।
बूम पुलिस चेक पोष्ट के निरिक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि बाहर से आने वाली अतिरिक्त पुलिस फोर्स के रहने की उचित व्यवस्था हेतु अस्थायी बैरक तत्काल बनाए जाय जिसमें उनके लिए सभी आवश्यक सुविधाएं हों।
उन्होंने बाटनागाड़ में क्षतिग्रस्त सड़क की लेवलिंग के साथ ही सुधारीकरण कार्य व पैच वर्क करने के निर्देश लोनिवि के अधिकारियों को दिए।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि मेला प्रारम्भ होने से पूर्व,यहां पर बर्षात में भारी मलवा आता है, इस हेतु इस स्थल पर सड़क खराब हो जाती है। इसलिए यहां पर चौबीस घण्टे जेसीबी मशीन भी तैनात की जाय। जो मलबा आने या सड़क के बाधित होने पर तत्काल सड़क साफ कर आवाजाही सुचारू कर सके और किसी भी यात्री को समस्या का सामना न करना पड़े।
ठुलीगाड में एसएसबी द्वारा सड़क किनारे बैरियर लगाए गए हैं जिससे आवागमन बाधित होता है, जिलाधिकारी ने उसे तत्काल हटाए जाने हेतु उपजिलाधिकारी टनकपुर को कार्यवाही के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने ठुलीगाड़ में निर्मित सुलभ शौचालय का भी निरीक्षण कर पानी की उपलब्धता व साफ सफाई को देखा तथा मेले के दौरान इसी प्रकार साफ सफाई व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश संचालक को दिए। ठुलीगाड़ में पर्यटन विभाग तथा मेला समिति की पार्किंग स्थल के निरिक्षण के दौरान आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने मेला मजिस्ट्रेट व मेला अधिकारी को पूरे मार्ग में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के साथ ही जगह जगह कूड़ेदान रखे जाने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने ठुलीगाड़ में मेला उद्घाटन स्थल का भी निरीक्षण किया तथा उद्घाटन की शेष सभी व्यवस्था पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि उद्घाटन के दिन विभिन्न झांकी, छोलिया दल व सांस्क्रतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाए तथा अन्य व्यवस्था के साथ ही ड्रोन कैमरे से फोटोग्राफी कराई जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधा मिले यह हमारी प्राथमिकता हैं। पेयजल, शौचालय, प्रकाश व्यवस्था चाक चौबंद हो। साथ ही वाहन पार्किंग की बेहतर व्यवस्था हो।
ठुलीगाड़ से पूर्णागिरि तक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विभिन्न स्थानों में सड़क में हो रहे धसाव को आगामी 10 दिनों में भरान करने, स्पीड ब्रेकर लगाने व क्रेस बैरियर लगाने के निर्देश लोनिवि के अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि कोई भी स्थल संवेदनशील न रहे।
उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाए रखे जाने व किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना होने पर तत्काल रिस्पांस हेतु सीएमओ को निर्देश दिए।
सीएमओ ने अवगत कराया कि मेले के दौरान मेला क्षेत्र में एम्बुलेंस तैनात रहेंगी साथ ही भैरव मंदिर में अस्थायी चिकित्सालय स्थापित रहेगा एवं चिकित्सकों व अन्य स्टाफ की भी तैनाती रहेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि मां पूर्णागिरि क्षेत्र के सभी धर्मशाला व ढ़ाबे के सीवरेज के संबंध में विभिन्न अधिकारियों की टीम बनेगी जो एक सप्ताह मैं सर्वे कर रिपोर्ट देगी। जिनके सीवरेज खुले में हैं उन्हें नोटिस भेजते हुए सीवरेज टैंक बनाए जाय। इस हेतु उन्होंने उपजिलाधिकारी को निर्देश दिए। सेलागाड में कूड़ा पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि गांव में स्वच्छता का खण्ड विकास अधिकारी द्वारा निरिक्षण किया जाएगा। प्रत्येक धर्मशाला व ढ़ाबे में कूड़ादान आवश्यक रूप से रखा जाय। साथ ही सभी ढाबों में भोजन जलपान आदि के रेट लिस्ट लगाए जाने के निर्देश दिए तथा नियमित चैकिंग करने हेतु भी उपजिलाधिकारी व मेला अधिकारी को निर्देश दिए व ढाबों में पेयजल के सैम्पल जल संस्थान लें और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराए।
स्थानीय उत्पाद उपलब्ध कराए जाने व एसएचजी द्वारा निर्मित प्रसाद व बैग यात्रियों को उपलब्ध कराये जाने हेतु मेला क्षेत्र में स्वयं सहायता समूहों के भी ढ़ाबे लगाए जाएं जिस हेतु एपीडी डीआरडीए को निर्देश दिए और साथ ही एएमए को महिला समूह के लिए जगह जगह स्टाल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों को पैदल मार्ग के दूसरी ओर भी नाली बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान मार्ग में मुंडन व्यवसायी द्वारा मार्ग में मुंडन कर बाल फैंके जाने व गंदगी करने पर दुकानदार का 2000 का चालान किया तथा एसडीएम को गंदगी करने वालों का नियमित चालान करने के निर्देश दिए। इस दौरान दुग्ध विभाग से आए सहायक महाप्रबंधक द्वारा अवगत कराया कि मेले के मद्देनजर मात्रा मार्ग में तीन स्थानों में दुग्ध स्टाल लगाए जाएंगे तथा टनकपुर में चिलिंग प्लांट भी लगाया जा रहा है।
इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा ककराली गेट से पूर्णागिरि मंदिर तक 70 लाख रुपये की लागत से लोनिवि द्वारा कराए जा रहे सुधारीकरण कार्यों का भी स्थलीय निरीक्षण किया। तथा अवशेष कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा मां पूर्णागिरि के भी दर्शन किए तथा जिले की सुख एवं शांति की कांमना की।
निरीक्षण के दौरान मेला मजिस्ट्रेट/उपजिलाधिकारी पूर्णागिरि सुंदर सिंह, सीओ अविनाश वर्मा, सीएमओ के0के0 अग्रवाल, एएमए जिला पंचायत भगवत पाटनी, एपीडी विम्मी जोशी, डीडीएमो मनोज पांडे, एआरटीओ सुरेंद्र वर्मा, अधिशासी अभियंता जल संस्थान बिलाल यूनुस पेयजल निगम बीके पाल,लोनिवि पीआईयू आदर्श गोपाल, सहायक अभियंता लोनिवि विभोर गुप्ता, वन क्षेत्राधिकारि गुलजार हुसैन, सहायक अभियंता सिंचाई आर के यादव, पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष किसन तिवारी,सचिव सुरेश तिवारी,कोषाध्यक्ष नवीन तिवारी,उपाध्यक्ष नीरज पाण्डेय व अन्य उपस्थित रहे।