पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज नहीं होने पर सुप्रीम कोर्ट के दखल से हुई कारवाई
देहरादून। सुप्रीम कोर्ट के नोटिस के बाद बुजुर्ग मुस्लिम काजी अहमद की दाढ़ी नोचने के मामले में नोयडा में एक कोतवाली प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। कार्रवाई शुक्रवार देर रात की गई है। पुलिस कर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने पीड़ित काजी अहमद की रिपोर्ट दर्ज नहीं की।
मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि नोयडा सेक्टर 113 कोतवाली प्रभारी प्रमोद कुमार, तत्कालीन सेक्टर 39 कोतवाली प्रभारी आजाद तोमर समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। दिल्ली जाकिर नगर के रहने वाले काजिम अहमद 4 जुलाई वर्ष 2021 को नोएडा के सेक्टर 37 से अलीगढ़ जाने के लिए लिफ्ट लेकर कार में सवार हुए थे। आरोप था कि कार में पहले से मौजूद पांच व्यक्तियों ने उनके समुदाय पर टिप्पणी की। अपशब्द कहे और उनकी दाढ़ी नोचकर समुदाय विशेष पर अलग-अलग बातें कही थीं। पीड़ित ने आरोप लगाया था कि उन्होंने नोएडा पुलिस से मामले की शिकायत की, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। इसके बाद वह सुप्रीम कोर्ट की शरण में पहुंचे। कोर्ट ने पुलिसकर्मियों को वक्त पर मुकदमा नहीं लिखने का दोषी माना गया है। घटना के दौरान सेक्टर 113 कोतवाली प्रभारी प्रमोद सेक्टर 37 चौकी इंचार्ज थे और आजाद तोमर सेक्टर 39 में थाना प्रभारी थे।