वैज्ञानिकों का दावा: साइकी एस्टरॉयड पर लोहा, निकल और सोने का 10,000 क्वाड्रिलियन खजाना
नई दिल्ली। ब्रह्मांड रहस्यों से भरा हुआ है। वैज्ञानिक इन रहस्यों को जानने के लिए सालों से शोध कर रहे हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ब्रह्मांड के रहस्यों को जानने के लिए बीते साल एक मिशन लॉन्च किया था।
नासा साइकी नाम के एस्टरॉयड के बारे में जानकारी हासिल करना चाहता है। इसके लिए उसने अक्तूबर 2023 में साइकी अंतरिक्ष यान लॉन्च किया था। अब इस अंतरिक्ष यान ने अपना काम करना शुरू कर दिया है। सुदूर अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद साइकी सिग्नल भेज रहा है। वैज्ञानिकों ने बताया है कि धरती पर अंतरिक्ष से रहस्यमयी सिग्नल आया है। उन्होंने खुलासा किया कि यह सिग्नल अंतरिक्ष से करीब 140 मिलियन मील यानी 22 करोड़ किमी दूर से आया है।
वैज्ञानिकों को पहले लगा यह रहस्यमयी संदेश एलियन भेज रहे हैं, लेकिन अध्ययन में खुलासा हुआ कि अंतरिक्ष यान साइकी ने इस संदेश को भेजा है। धरती पर इस संदेश के आने के बाद वैज्ञानिक तेजी से शोध कर रहे हैं। अब इससे नए खुलासे होंगे।
साइकी अंतरिक्ष यान में डीप स्पेस ऑप्टिकल कम्युनिकेशंस सिस्टम लगाया गया है। इसका मकसद अंतरिक्ष में लंबी दूरी पर लेजर कम्युनिकेशन को संभव करना है। बताया जाता है कि यह सिस्टम मौजूदा सिस्टमों की तुलना में काफी तेज है। इसने करीब 22 करोड़ किमी दूरी से संदेश भेजकर यह साबित किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लेजर कम्युनिकेशन डेमो ने साइकी अंतरिक्ष यान के रेडियो फ्रीक्वेंसी ट्रांसमीटर के साथ इंटरफेस किया। फिर इसके बाद उसने 22 करोड़ किमी की दूरी से सफलतापूर्वक इंजीनियरिंग डेटा को भेजा। नासा के मुताबिक, यह धरती और सूर्य के बीच की दूरी का डेढ़ गुना है। नासा ने बताया कि यह सिस्टम मौजूदा स्पेस कम्युनिकेशन सिस्टमों से 10 से 100 गुना तक तेज स्पीड से संदेश भेज सकता है।
खजाना से भरा है साइकी
साइकी एस्टरॉयड की खासियत जानकर आप हैरत में पड़े जाएंगे। वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस पर लोहा, निकल और सोना मौजूद हो सकता है। उन्होंने इस मौजूद खजाने की कीमत 10,000 क्वाड्रिलियन बताया है। साइकी के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए नासा ने साइकी मिशन को लॉन्च किया है।
नासा को धरती पर 22 करोड़ किमी दूर अंतरिक्ष साइकी एस्टरॉयड से मिला सिग्नल
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