देहरादून: उत्तराखंड के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ ने सोमवार को पदभार ग्रहण कर लिया है। पदभार संभालने के बाद उन्होंने प्रदेश में साइबर सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को प्राथमिकता देने की बात कही।
सेठ ने कहा कि राज्य में बढ़ते साइबर अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। इसके अलावा सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए एक नई कार्ययोजना तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा और प्रदेश की कानून व्यवस्था को मजबूत बनाया जाएगा। इसके साथ ही आपदा प्रबंधन के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
कौन हैं दीपम सेठ?
दीपम सेठ का जन्म उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा नैनीताल के शेरवुड कॉलेज से और इंजीनियरिंग की डिग्री बिट्स पिलानी से प्राप्त की। वर्ष 1995 में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में चयनित हुए। सेठ ने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिनमें एसपी टिहरी, कमांडेंट पीएसी (मेरठ), संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन कोसोवो में प्रोजेक्ट मैनेजर, एसएसपी नैनीताल और डीआईजी गढ़वाल रेंज शामिल हैं। वर्ष 2019 में उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर आईटीबीपी में नॉर्थ वेस्ट फ्रंटियर का आईजी बनाया गया था।
प्रमुख प्राथमिकताएं:
* साइबर सुरक्षा को मजबूत बनाना
* यातायात प्रबंधन में सुधार
* सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश
* अपराध पर अंकुश
* आपदा प्रबंधन में सुधार
ये मिला सम्मान
– 1996-भूमानंद मिश्रा मेमोरियल ट्रॉफी और एस्पीरेट डी कॉप्स मेडल।
– 2004-कोसोवो में सेवा के लिए संयुक्त राष्ट्र पदक।
– 2011-सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक और 2021 में विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक।
– 2020 व 2021-डीजी इंसिग्निया एंड कमेंडेशन रोल में सिल्वर और गोल्ड मेडल।
– 2021-लद्दाख में सेवा के दौरान हाई एल्टीट्यूड मेडल, पुलिस स्पेशल ड्यूटी मेडल और ऑपरेशन स्नो लियोपर्ड के लिए गृह मंत्री का स्पेशल ऑपरेशन मेडल।