प्रयागराज: महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने विशेष यातायात योजना बनाई है। मुख्य स्नान पर्वों पर भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं को आसानी से संगम तक पहुंचाने के लिए यह योजना बनाई गई है।
मुख्य स्नान पर्वों पर चार प्रवेश बिंदु:
13 जनवरी को पौष पूर्णिमा और 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर मुख्य स्नान होगा। इन दिनों श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में चार प्रवेश बिंदुओं से प्रवेश दिया जाएगा। ये बिंदु जीटी जवाहर, हर्षवर्धन तिराहा, बांगड़ चौराहा और काली मार्ग-दो हैं।
संगम और वापसी का मार्ग:
मेला क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद श्रद्धालु काली सड़क से होते हुए काली रैंप और फिर अपर संगम मार्ग से संगम तक पहुंच सकेंगे। वापसी के लिए त्रिवेणी मार्ग निर्धारित किया गया है।
अलग-अलग दिशाओं के लिए अलग योजना:
श्रद्धालुओं को वापसी के दौरान भी किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए अलग-अलग दिशाओं के लिए अलग-अलग यातायात योजना बनाई गई है। प्रयागराज जंक्शन या चौक की ओर जाने वाले श्रद्धालु त्रिवेणी मार्ग से फोर्ट रोड तिराहा, नए यमुना ब्रिज और एडीसी तिराहा होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। सिविल लाइंस की ओर जाने वाले श्रद्धालु फोर्ट रोड तिराहे से फोर्ट रोड होते हुए हर्षवर्धन तिराहे से एमजी मार्ग की ओर जा सकेंगे। अल्लापुर, दारागंज की ओर जाने वाले श्रद्धालु पाइप ब्रिज से होकर भेजे जाएंगे।
एसएसपी कुंभ का बयान:
एसएसपी कुंभ राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि मुख्य स्नान पर्वों पर भीड़ अधिक होने की संभावना है। इसीलिए यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए यह विशेष योजना बनाई गई है।
यह योजना क्यों महत्वपूर्ण है:
यह योजना महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इससे श्रद्धालुओं को आसानी से संगम तक पहुंचने और फिर अपने गंतव्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी। साथ ही, इससे यातायात जाम की समस्या से भी बचा जा सकेगा।