नैनीताल। सरोवर नगरी में अब तीनों प्रमुख प्रवेश मार्गों से आने वाले निजी वाहनों को ‘नैनीताल इंट्री टैक्स’ के नाम से शुल्क देना होगा। अभी तक केवल लेक ब्रिज चुंगी (तल्लीताल डांठ) पर ही टोल टैक्स लिया जाता था, लेकिन अब भवाली, हल्द्वानी और कालाढूंगी की ओर से आने वाले वाहनों से भी टैक्स वसूला जाएगा। यह जानकारी पालिका प्रशासन ने गुरुवार को उत्तराखंड हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान दी।
पालिका ने बताया कि शहर में बढ़ते वाहनों के दबाव को कम करने और टैक्स प्रणाली को समान बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इसके तहत तीनों प्रवेश मार्गों पर इंट्री टैक्स वसूली बूथ स्थापित किए जाएंगे और पालिका के बायलॉज में संशोधन किया जाएगा।
UPI स्कैन से ही होगी टैक्स वसूली
हाईकोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए कि ‘नैनीताल इंट्री टैक्स’ केवल UPI स्कैनर कोड के माध्यम से ही वसूला जाए, ताकि नगद लेनदेन से उत्पन्न जाम और अव्यवस्था को रोका जा सके। हालांकि, पालिका ने नेटवर्क की कमी का हवाला देते हुए ऑनलाइन टैक्स वसूली में दिक्कतों की बात कही, लेकिन कोर्ट ने इसे स्वीकार नहीं किया और डिजिटल सिस्टम को अनिवार्य रूप से लागू करने को कहा।
पर्यटन सीजन में वाहनों का बढ़ता दबाव
पालिका का कहना है कि 15 मई से शुरू होने वाले पर्यटन सीजन के दौरान निजी वाहनों की संख्या हजारों तक पहुंच जाती है। साथ ही कई वाहन चालक बिना टैक्स दिए आंतरिक मार्गों से शहर में प्रवेश कर जाते हैं, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था पर भारी दबाव पड़ता है। नई व्यवस्था से इस पर नियंत्रण की उम्मीद है।
आईजी को कोर्ट में बुलाया, जनता से भी सुझाव मांगे
हाईकोर्ट में अधिवक्ता श्रुति जोशी द्वारा ट्रैफिक अव्यवस्था और बिड़ला रोड पर वाहनों की पार्किंग को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कुमाऊं मंडल के पुलिस महानिरीक्षक (IG) को 17 अप्रैल को ट्रैफिक प्लान के साथ पेश होने का आदेश दिया है। साथ ही कोर्ट ने हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं और प्रबुद्ध नागरिकों से भी ट्रैफिक सुधार के सुझाव मांगे हैं, जिन्हें शपथ पत्र के साथ प्रस्तुत करना होगा।
