उत्तराखंड में बिजली की खपत 46 मिलियन यूनिट के पार हुई
देहरादून। कड़ाके की ठंड में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। जबकि उत्पादन सीमित होने से विद्युत आपूर्ति चरमरा गई है। ऊर्जा निगम को आरैद्योगिक और घरेलू उपभोक्ताओं की आूपर्ति में कटौती करनी पड़ रही है।
कोयले की कमी और नदियों का जल स्तर कम होने से जल विद्युत परियोजनाओं में भी उत्पादन गिरने लगा है। उत्तराखंड में नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) से आवंटित कोटे की 200 मेगावाट में से मात्र 100 मेगावाट बिजली ही मिल पा रही है। ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार के
मुताबिक उत्तराखंड में इन दिनों बिजली की खपत अधिक है। जनवरी में दैनिक विद्युत मांग 46 मिलियन यूनिट के पार हो गई है। जबकि, उपलब्धता में लगातार कमी बनी हुई है। ऊर्जा निगम बैंकिंग के माध्यम से हरियाणा और पंजाब से करीब 250 मेगावाट बिजली प्रतिदिन उधार ले रहा है। जो कि गर्मियों में विद्युत उत्पादन बढ़ने पर लौटा दी जाएगी।
ऊर्जा प्रदेश में बिजली का संकट, मांग बढ़ी और उत्पादन गिरा
By
Posted on