देहरादून। उत्तराखंड में इस वर्ष की चारधाम यात्रा की तैयारियां जोरों पर हैं और श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने श्री बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ-साथ श्री हेमकुंड साहिब के लिए भी पंजीकरण शुरू किया है। इस बार पंजीकरण में आधार प्रमाणित व्यवस्था लागू की गई है, जिससे हर श्रद्धालु का पूरा ब्योरा अपडेट रहेगा और प्रशासन को यात्रा के दौरान सभी यात्रियों की सही जानकारी मिल सकेगी।
आधार प्रमाणित पंजीकरण से सुविधा
पर्यटन विभाग ने पहली बार आधार से जुड़े पंजीकरण की व्यवस्था की है। इससे यात्रा में शामिल होने वाले प्रत्येक श्रद्धालु का सटीक डेटा रिकॉर्ड रहेगा, जिससे उनकी सुरक्षा और यात्रा प्रबंधन में भी आसानी होगी। आधार प्रमाणित पंजीकरण से प्रशासन को यह भी पता चलेगा कि किस समय कितने श्रद्धालु धामों में दर्शन के लिए पहुंचे हैं।
ऑनलाइन और ऑफलाइन पंजीकरण की सुविधा
श्रद्धालु वेबसाइट और मोबाइल एप के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। इसके अलावा ऑफलाइन पंजीकरण की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। श्रद्धालुओं को पंजीकरण के बाद धामों में पहुंचने पर टोकन प्राप्त होगा, जिससे वे निर्धारित समयानुसार दर्शन कर सकेंगे। इस व्यवस्था से यात्रियों को घंटों लाइन में खड़े होने से राहत मिलेगी और यात्रा अधिक व्यवस्थित तरीके से संचालित होगी।
30 अप्रैल से शुरू होगी चारधाम यात्रा
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। विभाग द्वारा इस बार यात्रा को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को आसान और डिजिटल बना दिया गया है। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार यात्रा में अधिक सुव्यवस्था और अनुशासन की उम्मीद की जा रही है।
श्री हेमकुंड साहिब के लिए भी पंजीकरण
चारधाम यात्रा के साथ ही श्री हेमकुंड साहिब के लिए भी पंजीकरण शुरू कर दिया गया है। हेमकुंड साहिब सिख श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है और हर वर्ष लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए भी आधार प्रमाणित पंजीकरण की प्रक्रिया लागू की गई है, जिससे यात्रा का पूरा विवरण रिकॉर्ड में सुरक्षित रहेगा।
टोकन व्यवस्था से दर्शन होंगे आसान
इस बार यात्रा में टोकन व्यवस्था लागू की गई है, जिससे श्रद्धालु निर्धारित समयानुसार दर्शन कर सकेंगे। इससे दर्शन के लिए लंबी लाइनों में खड़े होने की समस्या से राहत मिलेगी और यात्रियों का समय भी बचेगा। इसके अलावा प्रशासन को भी भीड़ नियंत्रण में मदद मिलेगी।
चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में उत्साह देखा जा रहा है और इस बार यात्रा में अधिक सुविधाएं और बेहतर प्रबंधन की उम्मीद की जा रही है। पंजीकरण प्रक्रिया से लेकर दर्शन तक की पूरी प्रक्रिया को सुगम और व्यवस्थित बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
