देहरादून: उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार ने टाटा टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर आईटीआई में पढ़ने वाले छात्रों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा देने का फैसला लिया है। इस समझौते के तहत राज्य के 13 आईटीआई को अपग्रेड किया जाएगा और छात्रों को उद्योग जगत की मांग के अनुरूप प्रशिक्षण दिया जाएगा।
आधुनिक तकनीक से लैस होंगे आईटीआई
टाटा टेक्नोलॉजी इन 13 आईटीआई में नई तकनीक, आधुनिक मशीनरी और उन्नत पाठ्यक्रमों को लागू करेगी। इससे छात्रों को नई तकनीकों के बारे में जानने का मौका मिलेगा और वे रोजगार के लिए बेहतर ढंग से तैयार हो सकेंगे। इस परियोजना के लिए सरकार और टाटा टेक्नोलॉजी मिलकर 354 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी।
कौन से आईटीआई होंगे अपग्रेड?
इस योजना के तहत काशीपुर, बाजपुर, पंतनगर, सितारगंज, देहरादून, विकासनगर, देहरादून (जी), राजपुर रोड देहरादून, विशिष्ट हरिद्वार, हल्द्वानी, डेलना हरिद्वार, नरसन और पिरान कलियर आईटीआई को अपग्रेड किया जाएगा।
विदेशी रोजगार के लिए भी खुलेंगे केंद्र
इसके साथ ही राज्य सरकार युवाओं को विदेशी रोजगार के लिए तैयार करने के लिए पांच नए उत्कृष्ट प्रशिक्षण दक्षता केंद्र (सीओई) खोलेगी। ये केंद्र सहस्त्रपुर और बाजपुर में खोले जाएंगे। वर्तमान में काशीपुर और हरिद्वार में दो ऐसे केंद्र पहले से ही चल रहे हैं। इन केंद्रों में छात्रों को विदेशी कंपनियों में नौकरी पाने के लिए आवश्यक कौशल सिखाए जाएंगे।
युवाओं के लिए नई राहें खुलेंगी
इस पहल से राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। छात्र अब न केवल स्थानीय बल्कि विदेशी कंपनियों में भी नौकरी पा सकेंगे। इससे राज्य के विकास में भी योगदान होगा।
मुख्य बिंदु
* टाटा टेक्नोलॉजी 13 आईटीआई को अपग्रेड करेगी।
* छात्रों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा मिलेगी।
* रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
* 5 नए उत्कृष्ट प्रशिक्षण दक्षता केंद्र खोले जाएंगे।
* सरकार और टाटा टेक्नोलॉजी मिलकर 354 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह राज्य के युवाओं के भविष्य को संवारने में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे और वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे। यह खबर राज्य के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे राज्य का युवा वर्ग कुशल और रोजगार योग्य बनेगा।