बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के कप्तानगंज में एक दलित किशोर के साथ हुई दरिंदगी की घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। आरोप है कि कुछ दबंगों ने किशोर को बर्थडे पार्टी के बहाने बुलाकर उसके साथ मारपीट की, उसके कपड़े उतारे, थूक चटाया और पेशाब करवाया। इस घटना से आहत होकर किशोर ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि उन्होंने घटना की शिकायत पुलिस में की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। परिवार ने बताया कि उन्होंने शव लेकर थाने और एसपी ऑफिस का चक्कर लगाया, तब जाकर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया।
क्या है पूरा मामला?
संतकबीरनगर जिले के बेलहर कला का रहने वाला यह किशोर बस्ती के कप्तानगंज में अपने ननिहाल में रहकर पढ़ाई करता था। बीते 20 दिसंबर को कुछ लोगों ने उसे बर्थडे पार्टी के बहाने बुलाया और उसके साथ दरिंदगी की। आरोपियों ने इस घटना का वीडियो भी बनाया और किशोर को वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इस घटना से आहत होकर किशोर ने सोमवार को फांसी लगा ली।
पुलिस ने क्या किया?
किशोर के मामा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने चार आरोपियों विनय कुमार, आकाश, सोनल और काजू प्रसाद के खिलाफ मारपीट, अपमानित करने और सुसाइड के लिए मजबूर करने सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही, इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए कप्तानगंज के प्रभारी एसएचओ को निलंबित कर दिया गया है।
क्या कहना है पुलिस का?
बस्ती के एसपी कृष्ण गोपाल चौधरी ने बताया कि सभी चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में कप्तानगंज के प्रभारी एसएचओ के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया गया है और उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। सीओ प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने बताया कि किशोर के मामा ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
यह घटना क्यों है महत्वपूर्ण?
यह घटना दलितों के साथ हो रहे अत्याचार और सामाजिक असमानता की गंभीरता को उजागर करती है। यह भी दिखाती है कि कैसे पुलिस कई बार पीड़ितों की सुनवाई नहीं करती है। इस घटना ने समाज में दलितों के प्रति बढ़ती असहिष्णुता और भेदभाव पर सवाल उठाए हैं।