मेहंदी, कलावा बांधने की रस्म नहीं की जाएगी, लिया फैसला
मेरठ। जामा मस्जिद में इस्लाहे मुआशरा में कई बड़े फैसले लिए। फैसला लिया गया कि शादी में डीजे बजाने, नाच-गाना होने पर निकाह नहीं पढ़ा जाएगा। इमामों को इसके लिए खत लिखा जाएगा।
जामा मस्जिद में आयोजित कार्यक्रम में मौलाना अनीस अहमद आजाद दिल्ली ने दीनी राह पर चलने की बात कहीं। कहा कि समाज में फैली बुराइयों को खत्म किया जाए। कहा कि निकाह मस्जिद में ही पढ़ाया जाएगा। हल्दी, मेहंदी, कलावा बांधने की रस्म नहीं की जाएगी। जिन शादियों में डीजे बजाना, आतिशबाजी करना, बैंडबाजों पर डांस करने की बात सामने आती है तो न ही उनमें जाएंगे और न ही निकाह पढ़ायेंगे। निकाह मस्जिद में ही पढ़ाया जाएगा। अध्यक्षता मुफ्ती नईम कासमी और संचालन मौलाना असजद कासमी ने किया।