सरकार पीआरडी में भर्ती करने का निर्णय तो लेती है, पर भर्ती अन्य उम्मीदवारों की करती है: ब्रह्मानंद डालाकोटी
डीडीहाट (पिथौरागड)। गुरिल्लों की तीसरे दिन जनजागरण रथ यात्रा आज यहां श्री मलयनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना अर्चना के बाद डीडीहाट पहुंची। यहां रामलीला मैंदान में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष ब्रह्मा नन्द डालाकोटी ने कहा कि गुरिल्लों की मांग केवल अपनी नौकरी पैंशन की नहीं है। हमारी मांग का दूसरा महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि यह सीमा की सुरक्षा से जुड़ा मामला है। गुरिल्ला सुरक्षा प्रणाली के समाप्त होने के बाद एक बार खत्म हो गयी उग्रवादी -अलगाव वादी ताकतें सीमावर्ती क्षेत्रों में फिर से सक्रिय हो गयी हैं। सरकार को गुरिल्लों के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा एवं राष्ट्र हित में किए गये कार्यों का संज्ञान लेकर सीमाओं में शांति व्यवस्था बनाने में उनका उपयोग करना चाहिए। अजीब बिडंबना है राज्य सरकार गुरिल्लों को होम गार्ड,पीआरडी के माध्यम से विभिन्न विभागों में भर्ती करने का निर्णय तो लेती है लेकिन उनसे कम प्रशिक्षित लोगों से कार्य लेती है गुरिल्लों को अवसर प्रदान नहीं करती। रथयात्रा में साथ चल रहे अल्मोड़ा के जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने कहा कि कोर्ट जाने के नाम पर गुरिल्लों का शोषण बंद हो कोर्ट गये लोग पहले नौकरी पैंशन ले लें बाकी को हम बिना शुल्क दिला देंगे, उन्होंने कहा कोर्ट गये लोग गुरिल्लों को आंदोलन से भटका कर जाने -अंजाने सरकार का ही काम कर रहे आंदोलन न हो यह तो केवल सरकार चाहती है।
डीडीहाट के अध्यक्ष इन्द्र सिंह खोलिया ने कहा कि लोकसभा चुनाव की आहट के चलते हमें एकजुट होकर आंदोलन में पूरी शक्ति झोकनी होगी । शिवराज बनौला ने कहा कि गुरिल्लों को इधर उधर भटकना छोडना होगा। सभा का संचालन जय प्रकाश जोशी ने किया। सभा में नारायणी चंद, त्रिलोक बोरा, पूरन राम, धनी राम, कुन्दन सिंह भंडारी, जगदीश प्रशाद गीता डसिला, पुष्पा पंचपाल, त्रिलोक पांडे, पुष्कर सिंह धानक,सहित भारी संख्या में गुरिल्ले मौजूद रहे ।
गुरिल्लों की रथयात्रा पहुचीं डीडीहाट, बोले, नौकरी व पेंशन नहीं सीमाओं की करनी है सुरक्षा
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