निगम ने किया सुबह तक गंदगी साफ करने का दावा
हरिद्वार- कांवड़ मेला 2023 संपन्न हो गया है, लेकिन धर्मनगरी में पहुंचे करोड़ों कांवड़िए हजारों टन गंदगी छोड़ गए हैं। गंगा घाटों के साथ ही तमाम क्षेत्रों में जगह-जगह कूड़े और प्लास्टिक की पन्नी के ढेर लगे हैं। रोड़ीबेलवाला, पंतद्वीप और गंगा किनारे गंदगी फैली है। दुर्गंध से बुरा हाल है। संक्रामक बीमारियों के फैलने का भी खतरा पैदा हो गया है। प्रशासन के दावे के मुताबिक, कांवड़ मेले में करीब चार करोड़ से अधिक कांवड़िए हरिद्वार पहुंचे हैं। हालांकि नगर निगम हरिद्वार ने रविवार सुबह तक गंदगी साफ करने का दावा किया है। कांवड़ मेला क्षेत्र में प्रशासन की ओर से कांवड़ियों के सैलाब की तुलना में डस्टबिन लगाए गए थे, लेकिन अधिकतर कांवड़िए रोड़ीबेलवाला, उत्तरी हरिद्वार, पंतद्वीप पार्किंग और बैरागी कैंप समेत गंगा किनारे गंदगी कर रहे थे। हर तरफ गंदगी के अलावा कूड़े और प्लास्टिक के ढेर लगे हैं। गंगा घाट भी कूड़े से भरे हैं। शहर से सामान्य दिनों में रोजाना 150 से 200 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। जबकि स्नान पर्व पर एक दिन में 400 मीट्रिक टन तक कूड़ा निकलता है। अब कांवड़ मेले में कांवड़ियों का हुजूम उमड़ने के बाद गंगा घाट और तमाम जगहों पर गंदगी फैल गई। जिसे साफ करने के लिए अब हरकी पैड़ी और गंगा घाटों के अलावा मेला क्षेत्र से कूड़ा सफाई अभियान शुरू हो गया है। नगर निगम हरिद्वार के नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि कांवड़ मेला संपन्न होने के बाद पूरे मेला क्षेत्र में कीटनाशक दवाईयों का छिड़काव शुरू कर दिया गया है। इसके लिए चार गाड़िया निगम के पास हैं, जबकि 6 गाड़िया किराये पर ली गई है। जिससे शहर में जल्द ही सफाई व्यवस्था सुचारू हो सके। उन्होंने बताया कि हरकी पैड़ी, अपर रोड़ और रोडीबेलवाला क्षेत्र में रात से सफाई शुरू कर दी जाएगी। सुबह तक सभी को साफ कर लिया जाएगा। इसके अलावा बैरागी कैंप में भी रात से ही सफाई अभियान शुरू कर दिया जाएगा। बताया कि निगम के पास 100 गडिया कूड़ा उठाने की हैं, लेकिन 40 गाड़िया अलग से किराये पर ली गई हैं। सफाई अभियान में 600 से 700 कर्मचारी सफाई करेंगे। उन्होंने बताया कि जल्द शहर को साफ कर दिया जाएगा।