हापुड़। थाना धौलाना क्षेत्र के गांव देहरा में मंगलवार दोपहर खेलते समय दो सगे मासूम सुफियान (6) व उजैर (5) की तालाब में डूबने से मौत हो गई। जानकारी होने पर ग्रामीणों ने दोनों के शवों को बाहर निकाला। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष ग्रामीणों ने तारबंदी न किए जाने पर आक्रोश व्यक्त किया। गमगीन माहौल में दोनों बच्चों का दफीना कर दिया गया।
गांव देहरा निवासी शहजाद ईंटों के ट्रक पर मजदूरी का काम करता है। वह गांव में पत्नी समीना, पुत्री आयशा (11), पुत्र शाहेबान (9), सुफियान (6) व उजैर (5) के साथ रहता है। मंगलवार को रोज की तरह शहजाद सुबह काम पर चला गया था और बच्चे घर के पास ही स्थित तालाब के पास खेल रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के कारण तालाब में काफी उफान आ रहा था और बच्चे तालाब में किनारे लगे जलकुंभी के फूलों को तोड़ रहे थे।
बच्चों के साथ सुफिसान और उजैर भी मौजूद थे। इसी दौरान अचानक सुफियान तालाब के पानी में गिर गया। उसके पीछे-पीछे उजैर भी तालाब में गिर गया और देखते ही देखते दोनों पानी में डूब गए। वहां से गुजर रहे कुछ बच्चों ने शोर मचाकर ग्रामीणों को मदद के लिए बुलाया। ग्रामीणों ने आनन-फानन में तालाब में घुसकर बच्चों की तलाश शुरू की। करीब आधा घंटे बाद ही बच्चों के शव बरामद कर लिए गए। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ मौके पर पहुंच गई। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था।
ग्रामीणों ने बताया कि रोज बच्चे तालाब के किनारे खेलते थे। बारिश के कारण तालाबों का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है। ऐसे में परिजनों की लापरवाही दोनों बच्चों पर भारी पड़ गई। परिजन ध्यान देते और बच्चों को तालाब के पास जाने से रोक देते हुए दोनों मासूम भाइयों की जान बच सकती थी।
घटना की सूचना पर बाद नायब तहसीलदार प्रियांशी सिंह गांव पहुंची और पूरी घटना की जानकारी ली। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि तालाब की तारबंदी होनी चाहिए। वर्तमान प्रधान पर आरोप लगाते हुए कहा कि दो वर्ष पूर्व तालाब को अमृत सरोवर के अंतर्गत चयन करते हुए उसका सुंदरीकरण किया जाना था। लेकिन, तालाब के किनारों को खोदकर उसे गहरा कर दिया गया। तालाब से निकली मिट्टी को भी अवैध तरीके से बेच दिया गया।
दो सगे मासूम भाइयों की घर के पास तालाब में डूबने से मौत
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