नई दिल्ली

विजयादशमी 2024: शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्वदशहरा: बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक

हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाने वाला विजयादशमी पर्व इस साल 12 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान राम और मां दुर्गा की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इसी दिन मां दुर्गा ने महिषासुर राक्षस का वध किया था और भगवान राम ने रावण का वध किया था।
शुभ संयोग और महत्व:
इस साल विजयादशमी पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं, जिनमें श्रवण नक्षत्र का होना भी शामिल है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दशहरा पर श्रवण नक्षत्र का होना अति शुभ माना जाता है। ऐसे में शस्त्र पूजन करना और भी लाभकारी माना जा रहा है।
शस्त्र पूजन मुहूर्त:
* इस वर्ष दशहरा पूजन के लिए मुहूर्त दोपहर 2:02 से 2:48 तक रहेगा।
रावण दहन मुहूर्त:
* इस साल दशहरा पर रावण दहन मुहूर्त शाम 5:54 मिनट के बाद से शुरू हो रहा है।
पूजा विधि:
* सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
* साफ वस्त्र धारण करें।
* गेहूं या चूने से दशहरे की प्रतिमा बनाएं।
* गाय के गोबर से 9 गोले और 2 कटोरियां बनाएं। एक कटोरी में सिक्के और दूसरी में रोली, चावल, जौ व फल रखें।
* प्रतिमा के पास फल, जौ, गुड़ और मूली रखें।
* दिया जलाकर प्रतिमा की पूजा करें।
* बड़ों का आशीर्वाद लें।
विजयादशमी का महत्व:
* बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक
* धर्म और अधर्म के बीच संघर्ष का प्रतीक
* सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक
* नए साल की शुरुआत का प्रतीक

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